तीनों कृषि कानूनों की वापसी को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसान दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर पर डटे हुए है। किसान आंदोलन के 7 महीने पूरे हो चुके है। संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को राजभवन पर धरना देने की बात कही है। गाजीपुर बार्डर पर ट्रैक्टर रैली के रिहर्सल पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 26 तारीख के लिए रिहर्सल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि 26 तारीख को किसान कभी नहीं भूलेगा। हर महीने 26 तारीख आएगी, किसान ट्रैक्टरों की रिहर्सल करेगा। ट्रैक्टर दिल्ली का रास्ता न भूल जाएं इसलिए इनकी रिहर्सल करनी पड़ती है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार बात करेगी। नहीं बातचीत करेगी तो अगला कदम उठाएंगे। ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक भारत सरकार कानून वापस नहीं लेगी और MSP पर कानून नहीं बनाएगी।
सरकार बातचीत को तैयार- नरेंद्र तोमर
आंदोलन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हम विचार और निराकरण करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि जब भी किसानों की ओर से प्रस्ताव आएगा तो निश्चित रूप से हम बातचीत के लिए स्वागत करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसान यूनियन के नेताओं से भारत सरकार 10-11 बार बात कर चुकी है। 50 घंटे से अधिक चर्चा चली है। हमने उनकी परेशानियों के समझने का प्रयत्न किया है। आज भी भारत सरकार पूरा मन रखती है कि जिस प्रावधान पर उन्हें आपत्ति है वे खुले मन से बताएं।
26 जून को किसानों की ट्रैक्टर रैली
बता दे कि 26 जून किसान गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली करेंगे। जिसके लिए पश्चिमी यूपी से हजारों किसान रवाना हो चुके है। 26 जून को आंदोलन के सात महीने पूरे होने जा रहे है. जिसको लेकर भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 26 तारीख किसानों को नहीं भूलने दी जाएगी. राकेश टिकैत ने कहा कि किसान ट्रैक्टर से दिल्ली आने की रिहर्सल कर रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले तीन सालों में इलाज भी करेंगे।
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