देश में बढ़ रहे डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट के मामले… अब हर हफ्ते होगी रिव्‍यू मीटिंग

लगातार बढ़ रहे डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस

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देश में डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट लगातार पांव पसार रहा है। देश में अब तक डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट के कुल 40 मामले सामने आए हैं। इसको देखते हुए अब INSACOG अब हर सप्‍ताह इसकी समीक्षा बैठक करेगा। इस बैठक में देश में आए मामलों और इसके खात्‍मे पर विचार विमर्श किया जाएगा।

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किस राज्य में कितने केस मिले

मध्‍य प्रदेश में अभी तक इससे एक महिला की मौत हुई है, राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के मुताबिक अभी तक कुल 5 मामलों की पुष्टि हुई है। वहीं राज्‍य में जो वैक्‍सीन लोगों को दी जा रही है वो इस डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट पर भी कारगर है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिन पांच लोगों में डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट के की पुष्टि हुई है उन सभी को वैक्‍सीन दी गई थी। आपको बता दें कि मध्‍य प्रदशे देश के उन तीन राज्‍यों में शामिल है जहां पर कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान डेल्‍टा वैरिएंट में हुए बदलाव और फिर सामने आने वाले डेल्‍टा प्‍लस वैरिंएट की पुष्टि हुई है। इसके अलावा केरल, जम्‍मू कश्‍मीर और महाराष्‍ट्र में भी इस वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं।

तमिलनाडु में चेन्‍नई में एक नर्स डेल्‍टा वेरिएंट से संक्रमित पाई गई है। राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य सचिव राधाकृष्‍णन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि 32 वर्षीय महिला एक अस्‍पताल में नर्स का काम करती है। राज्‍य की तरफ से जिनोम सिक्‍वेंसिंग के लिए करीब 1159 सैंपल भेजे गए थे, जिनमें से 772 की जांच हो सकी है। इनमें डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट का एक मामला सामने आया है।

वायरस में आ सकता है बदलाव

आईसीएमआर के मुताबिक फिलहाल इसको लेकर चिंतित होने की भी जरूरत नहीं हैं। आइसीएमआर के विज्ञानी और महामारी विज्ञान व संचारी रोग विभाग के कार्यक्रम अधिकारी डा.सुमित अग्रवाल के मुताबिक एमआरएनए वायरस में बदलाव होना उसकी एक सामान्य प्रवृत्ति है। इसको नियंत्रित भी नहीं किया जा सकता है। समय बीतने के साथ इसकी प्रवृति के बारे में भी पता लगाया जा सकेगा। उनका ये भी कहा है कि आने वाले समय में इस वायरस में और बदलाव आ सकते हैं। डेल्‍टा वैरिएंट के तीन लक्षणों में इसका तेजी से संक्रमण, हाई एफिनिटी है और इस पर मोनोक्लोनल एंटीबाडी थेरेपी के बहुत कारगर साबित न होने की बात सामने आई है।

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