एक अंग्रेजी न्यूज चैनल ने खुलासा किया है कि कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल (सेक्यूलर) ने अपने प्रत्याशियों को राज्यसभा में समर्थन देने के लिए निर्दलीय विधायकों को कई ऑफर दिये हैं।
राजनीति में अक्सर खरीद-फरोख्त का मामला सामने आता रहा है। इस बार राज्यसभा में समर्थन के लिए निर्दलीय विधायकों को ऑफर देने का खुलासा हुआ है। अंग्रेजी न्यूज चैनल ने यह स्टिंग वहां के निर्दलीय विधायकों और जेडीएस नेताओं के ऊपर किया। निर्दलीय विधायक यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्हें राज्यसभा में कांग्रेस उम्मीदवार को वोट देने के लिए विधानसभा क्षेत्र के विकास के मद में करोड़ों की रकम देने का आश्वासन दिया गया है।
जेडीएस के कैंडिडेट बीएम फारूक भी स्वीकार कर रहे हैं पैसे के मामले आम हैं। उनसे भी भविष्य में पार्टी को सपॉर्ट करने को कहा गया है। तैयारी इस कदर है कि कांग्रेस निर्दलीय विधायकों को टूर पर ले जाने की तैयारी में है ताकि जेडीएस के लोग उनसे संपर्क न कर सकें।
इस स्टिंग में कर्नाटक के 13 निर्दलीय विधायकों में से अशोक खेनी एक हैं। अशोक साफ तौर पर कह रहे हैं, ‘राज्य सरकार ने विधायकों को उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास के लिए अतिरिक्त फंड देने का आश्वासन दिया है। सभी निर्दलीय कांग्रेस का सपॉर्ट करने वाले हैं।
सिर्फ अशोक ही नहीं कोलार से निर्दलीय विधायक कहते हैं कि ‘निर्दलीय ही नहीं बल्कि जेडीएस के 6-7 विधायक भी कांग्रेस का ही समर्थन करेंगे। मैं खुद कांग्रेस के साथ हूं। सीएम विकास के लिए फंड दे रहे हैं। हम सभी सीएम के साथ हैं।’
ऐसा नहीं है कि सिर्फ जेडीएस और निर्दलीय ही यह बात कह रहे हैं। कांग्रेस नेता भी यह बात स्वीकार करते है कि हम मैनेज कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक एन हैरिस मानते हैं कि डेवलपमेंट मद में अधिक पैसे देने का ऑफर है। हैरिस कहते हैं, ‘ (राज्यसभा सीट के लिए) 12-13 वोट की जरूरत है। हम मैनेज कर रहे हैं। इंडिपेंडेंट हमें वोट कर रहे हैं। जेडीएस के 5 मेंबर सपॉर्ट कर रहे हैं। फंड देना सीएम का दायित्व है। सीएम ने ज्यादा फंड दिया तो क्या हुआ।’
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