फेसबुक डेटा लीक प्रकरण के मध्य में रही ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपना सारा कामकाज तत्काल प्रभाव से बुधवार को बंद करने की घोषणा की। कंपनी ने ब्रिटेन और अमेरिका में स्वयं को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन देने की भी घोषणा की है। कंपनी ने एक बयान में कहा, यह तय किया गया है कि अब व्यवसाय में बने रहने की कोई संभावना नहीं है।
कंपनी पर लीगल फीस की बड़ी मार पड़ी है
कंपनी पर फेसबुक के करोड़ों यूजर्स की निजी जानकारी का दुरूपयोग करने का आरोप है। लंदन स्थित इस एनालिटिक्स कंपनी की पैरेंट कंपनी एससीएल ग्रुप के संस्थापक नाइजेल ओक्स ने इस पुष्टि करते हुए कहा कि कंपनी अपना बिजनेस बंद कर रही है। बता दें कि फेसबुक डेटा लीक प्रकरण में जांच को लेकर कंपनी पर लीगल फीस की बड़ी मार पड़ी है। और कंपनी लगातार अपने क्लाइंट खो रही थी।
एएनआई ने इस मामले से संबंधित एक व्यक्ति के हवाले से जानकारी दी है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों से कंप्यूटर सिस्टम लौटाने को कहा है। मार्च महीने में कंपनी के सीईओ अलेक्जेंडर निक्स को निलंबित कर दिया गया था। निक्स ने ऑन रिकॉर्ड दूसरे देशों के चुनावों को प्रभावित की बात स्वीकार की थी। इसके तकरीबन दो महीने बाद कंपनी ने अपना कामकाज बंद करने का ऐलान किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था
कैंब्रिज एनालिटिका ने अवैध तरीके से करोड़ों फेसबुक यूजर्स के अकाउंट में सेंध लगाई थी। व्हिसलब्लोअर क्रिस्टोफर विली ने पहले इस मामले का खुलासा किया था। फेसबुक ने अप्रैल में इस मामले को स्वीकार किया था कि 87 मिलियन यूजर्स के डेटा में कैंब्रिज एनालिटिका ने सेंध लगाई थी। कैंब्रिज एनालिटिका ने 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था। हाल ही में कंपनी पर यह भी आरोप लगा था कि उसने 2014 में भारत के आम चुनावों को भी प्रभावित किया था।
aajtak
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