वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की कि बोइंग को अमेरिकी वायु सेना के नेक्स्ट जनरेशन एयर डॉमिनेंस (NGAD) जेट यानी 6वीं पीढ़ी का fighter Jet F-47 बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. यह घोषणा व्हाइट हाउस में रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और अमेरिकी वायु सेना के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में की गई.
पेंटागन के अनुसार, अगली पीढ़ी का यह लड़ाकू विमान वर्तमान फ्लीट की तुलना में कहीं अधिक क्षमता से लैस होगा. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब चीन के साथ संभावित सैन्य टकराव की आशंका बढ़ रही है.
20 अरब डॉलर का शुरुआती कॉन्ट्रैक्ट
एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी वायु सेना ने बोइंग को 20 अरब डॉलर (लगभग ₹1.66 लाख करोड़) के प्रारंभिक अनुबंध से उत्पादन शुरू करने की अनुमति दी है. fighter Jet F-47 को F-22 स्टील्थ फाइटर जेट के प्रतिस्थापन के रूप में विकसित किया जाएगा, जो पिछले दो दशकों से अमेरिकी वायु सेना की सेवा में है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस ऐतिहासिक फैसले पर कहा, “दुनिया में इसके जैसी कोई चीज नहीं होगी. यह अब आधिकारिक तौर पर F-47 के नाम से जाना जाएगा, जिसे हमारे जनरलों ने चुना है.”
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F-47: बेहद महंगा लेकिन अति आधुनिक फाइटर जेट
2018 में कांग्रेसनल बजट ऑफिस ने अनुमान लगाया था कि NGAD प्रोजेक्ट के तहत एक लड़ाकू विमान की कीमत 300 मिलियन डॉलर (₹2500 करोड़ से अधिक) हो सकती है. यह मौजूदा अमेरिकी लड़ाकू विमानों की तुलना में काफी अधिक लागत वाला प्रोजेक्ट है.
बाइडन सरकार में रुका था प्रोजेक्ट
बाइडन प्रशासन के दौरान, 2024 में अमेरिकी वायु सेना के सचिव फ्रैंक केंडल ने NGAD प्रोजेक्ट को रोक दिया था. इस दौरान इसकी आवश्यकता और मौजूदा युद्ध रणनीति के अनुसार इसके डिजाइन में बदलाव की समीक्षा की गई थी. हाल ही में इस प्रोजेक्ट पर किए गए अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि भविष्य में वायु सेना की श्रेष्ठता बनाए रखने के लिए NGAD आवश्यक है.
अमेरिकी वायु सेना के मेजर जनरल जोसेफ कुनकेल ने कोलोराडो में एक सम्मेलन के दौरान कहा, “हमने कई विकल्प आजमाए, लेकिन इस चुनौतीपूर्ण माहौल में वायु सेना की सर्वोच्चता बनाए रखने के लिए NGAD से बेहतर कोई विकल्प नहीं है,”
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F-22 रैप्टर की जगह लेगा F-47
fighter Jet F-47, लॉकहीड मार्टिन के F-22 रैप्टर की जगह लेने के लिए विकसित किया जा रहा है. यह एक मानव-संचालित लड़ाकू विमान होगा, जिसे ड्रोन के साथ मिलकर युद्ध अभियानों में शामिल किया जाएगा.
अमेरिकी वायु सेना ने F-22 रैप्टर को “फर्स्ट-शॉट, फर्स्ट-किल” क्षमता वाले एयर सुपरियोरिटी फाइटर के रूप में विकसित किया था. यह पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर है, जिसे लॉकहीड मार्टिन ने डिजाइन किया और बोइंग ने इसका निर्माण किया.
मुख्य विशेषताएँ:
- अत्यधिक गतिशीलता और स्टील्थ क्षमताएँ
- ध्वनि की गति से दोगुना तेज उड़ान (लगभग 1,530 मील प्रति घंटे या 2,460 किमी/घंटा)
- पहला हवाई युद्ध में वध (एयर-टू-एयर किल) 3 फरवरी 2023 को, जब इसने उत्तरी कैरोलिना के तट पर एक चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया.
- F-22 केवल अमेरिकी वायु सेना के पास है और यह किसी अन्य देश को निर्यात नहीं किया गया है.
अमेरिका का F-47 NGAD कार्यक्रम भविष्य के युद्ध के लिए अत्याधुनिक लड़ाकू विमान विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है. यह विमान चीन और रूस जैसे देशों की उन्नत वायु सेना से मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है. इससे पहले के fighter Jet F-22, F-16 और F-15 जैसे 5वीं पीढ़ी के विमान अपनी-अपनी श्रेणियों में बेहद प्रभावशाली रहे हैं, लेकिन अब भविष्य की हवाई श्रेष्ठता के लिए 6वीं पीढ़ी का F-47 तैयार किया जा रहा है.