जब ड्राइवर को बना दिया एक दिन का ‘डीएम’…

0

अपने साथ काम करने वाले जूनियरों को सम्मान देने का सभी अधिकारियों का अपना-अपना तरीका होता है। लेकिन बिहार के मुंगेर में जिलाधिकारी ने अपने स्टाफ को सम्मान देने का जो तरीका निकाला वो काफी सहरानीय और प्रेरणादायक है।

32 सालों से मुंगेर डीएम के ड्राइवर रह चुके हैं

दरसल पूरा वाक्या मुंगेर समहरणालय में आयोजित एक फेयरवेल समारोह का है जहां जिलाधिकारी ने 32 सालों से डीएम की गाड़ी ड्राइव कर रहे सम्पत राम को शानदार और यादगार विदाई दी। फेयरवेल समारोह के उपरांत जिलाधिकारी ने अपने ड्राइवर रह चुके सम्पत राम को सरकारी गाड़ी में पीछे बैठाया और स्वयं ड्राइवर की सीट पर बैठ कर गाड़ी चला उन्हें उनके घर तक पहुंचाया। जिलाधिकारी ने बताया कि सम्पत राम 32 सालों से मुंगेर डीएम के ड्राइवर रह चुके हैं।

also read : हिंसा की शिकार महिलाओं को नहीं जाना होगा थाने

आज उनके रिटायरमेंट के समय वे अपने ड्राइवर को जिलाधिकारी की सीट पर बैठा और खुद उनका ड्राइवर बन उन्हें घर तक छोड़ने गये। ये सब वो अपने ड्राइवर के सम्मान में वे कर रहे हैं। इस तरह का सम्मान पाकर अभिभूत हुए जिलाधिकारी के ड्राइवर सम्पत राम ने बताया कि वे 1983 से ही जिलाधिकारी के ड्राइवर के रूप में नियुक्त हुए और लखीसराय और चकाई के बाद पिछले 32 सालों से मुंगेर के जिलाधिकारी के ड्राइवर के रूप में कार्यरत थे।

जो सम्मान दिया वे उसको आजीवन नहीं भूल सकते हैं

आज उनकी रिटायरमेंट में मुंगेर डीएम ने जो सम्मान प्रदान किया ऐसा सम्मान उन्हें और कहीं भी नहीं मिला है। सम्पत ने बताया कि आज डीएम ने उन्हें एक दिन का जिलाधिकारी बना खुद उनका ड्राइवर बन उन्हें जो सम्मान दिया वे उसको आजीवन नहीं भूल सकते हैं।

(साभार-न्यूज18)

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More