बुलंदशहर बवाल पर तेज हुई सियासत, अखिलेश ने कहा…

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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक में बवाल के बाद अब बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले में ट्वीट करके योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके बुलंदशहर में पुलिस और गांववालों के बीच भंयकर संघर्ष में स्याना कोतवाल सुबोध सिंह की मौत पर दुख जताते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उप्र भाजपा के शासनकाल में हिंसा और अराजकता के दुर्भाग्यपूर्ण दौर से गुज़र रहा है।

बुलंदशहर बवाल की पूरी कहानी…

गोकशी के शक पर उत्तर प्रदेश का बुलंदशहर पर सुलग गया है। भीड़ और पुुलिस के बीच मचे तांडव में एक इंस्पेक्टर की मौत हो गई है, जबकि गुस्से का शिकार एक युवक भी हुआ है, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई है। गोकशी के शक पर शुरू हुई ये मामूली घटना आखिर खूनी संघर्ष तक कैसे पहुंच गई, यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने तफ्सील से इस घटनाक्रम की जानकारी दी।

उन्होंने बताया, ‘सोमवार सुबह करीब 10.30-11 बजे के बीच बुलंदशहर के थाना स्याना में यह सूचना मिली कि ग्राम मऊ के खेतों में कुछ गोवंश के अवशेष पाए गए हैं। गांव के भूतपूर्व प्रधान ने इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद स्याना थाने के पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पुलिसबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने उत्तेजित ग्रामीणों को समझाया और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।

ट्रॉली में भर लिए अवशेष

एडीजी ने बताया कि पुलिस की बात पर कुछ ग्रामीण मान गए, लेकिन कुछ उत्तेजित ग्रामीणों ने जानवर के अवशेष (संभावित तौर पर गोवंश के अवशेष) ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर चौकी चिंगरावली के 10 मीटर पहले स्याना-गढ़ रोड को ब्लॉक कर दिया. ग्रामीणों ने पूरा रोड जाम कर दिया। जिस पर सीओ समेत थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हें समझाने की कोशिश की।

एडीजी के मुताबिक, भीड़ जाम खोलने को राजी नहीं हुई और इस दौरान मामला बिगड़ गया. ग्रामीणों ने चौकी पर भारी पथराव किया। पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज भी किया। एडीजी ने बताया कि इस दौरान वहां तीन गांव (मऊ, नयाबांस और चिंगरावली) के करीब 400 लोग थे।

हिंसा के दौरान इस्पेक्टर के सिर में इंजरी हुई

एडीजी ने बताया कि उत्तेजित भीड़ ने चौकी चिंगरावली के बाहर खड़े वाहनों को डैमेज किया। तीन चार वाहनों में आग भी लगाई गई। पथराव के बीच पुलिस ने फायरिंग की, आंसू गैस के गोले छोड़े। ग्रामीणों ने कट्टे से फायरिंग की। हिंसा के दौरान इस्पेक्टर के सिर में इंजरी हुई। जिसके बाद थाने की गाड़ी में सुबोध कुमार को ले जाया गया, लेकिन ग्रामीण वहां भी आ गए और गाड़ी पर पथराव कर दिया।

अधिक खून बहने से इंस्पेक्टर की मौत हुई

एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि सुबोध कुमार के सिर में गहरा जख्म हुआ, जिससे काफी खूब बह गया था। डॉक्टरों ने प्रथम दृष्टया बताया कि संभवत: अधिक खून बहने से इंस्पेक्टर की मौत हुई। एडीजी ने बताया कि ब्लंट ऑब्जेक्ट से ये इंजरी हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण सामने आ पाएगा कि क्या गोली से उनकी मौत हुई है या नहीं।

मौत पुलिस की गोली से हुई है या ग्रामीणों की लगी है

एडीजी ने बताया कि इस संघर्ष के दौरान चिंगरावली गांव के एक युवक सुमित को भी गाली लगी, जिसे मेरठ रेफर किया गया जहां उसकी दुखद मौत हो गई। उन्होंने कहा कि पीएम रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि उनकी मौत पुलिस की गोली से हुई है या ग्रामीणों की लगी है। भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।पुलिस ने बताया कि 12-1.30 के बीच ये पूरा घटनाक्रम हुआ है और इसी दौरान पुलिस एफआईआर दर्ज कर रही थी। 2 बजे के आसपास पूरी स्थिति नियंत्रित कर लिया गया था।

हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है

आनंद कुमार ने बताया कि एडीजी इंटेलिजेंस मामले की जांच कर रहे हैं जो 48 घंटे में गोपनीय इंक्वायरी रिपोर्ट जमा करेंगे। गोकशी की घटना और हिंसा की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। दोनों केस रजिस्टर किए जा रहे हैं। एसआईटी में तीन-चार सदस्य होंगे।

तनाव रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षाबल तैनात

एडीजी आनंद कुमार ने बताया कि इज्तिमा से लगभग 6-7 लाख लोग जा चुके हैं। लेकिन अभी भी काफी संख्या में लोग वहां से जा रहे हैं। तनाव रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षाबल तैनात है।

न्यायिक जांच के भी आदेश दे दिए हैं।क्या इसमें बीजेपी के नेता शामिल हैं, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि जांच टीम गठित कर दी गई है, जल्द ही दूध का दूथ और पानी का पानी हो जाएगा।

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