खास मिशन के लिए RSS ने किया गणवेश में बदलाव

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे में कहा जाता है कि ये संगठन हमेशा भविष्य को देखते हुए ही कोई फैसला करता है। यही नहीं, संघ हफ्तों, महीनों या वर्षों के हिसाब से कोई रणनीति नहीं बनाता। संघ नेता भी मानते हैं कि उनके शीर्ष नेतृत्व दशकों और सदियों के लिए नीति या फैसले करते हैं। यही वजह है कि संघ ने साल 2025 की तैयारियों के मद्देनज़र अपने 9 दशक पुराने गणवेश में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए ख़ाकी निकर की जगह भूरी फुल पैंट को शामिल कर लिया है।

आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि वर्तमान में संघ नेतृत्व अपने सौ वर्ष पूरे होने की तैयारियों में जुटा हुआ है। उन्होंने बताया कि संघ की प्राथमिकता में ज्यादा से ज्यादा शाखाओं को देश में स्थापित करना है ताकि संघ के सौ वर्ष पूरे होने पर 10 लाख संघ शाखाओं का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। ऐसे में शाखाओं में युवाओं की बढ़ती तादाद को बनाए रखने के लिए कुछ आधुनिक बदलाव जरूरी हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि गणवेश में बदलाव का मतलब विचारधारा में बदलाव से नहीं है।

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