उत्तराखंड संकट: सीएम के खिलाफ बगावत के आरोपों से रामदेव का इनकार
देहरादून। कांग्रेस ने उत्तराखंड के राजनीतिक संकट के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ योगगुरु बाबा रामदेव को भी जिम्मेवार ठहराया है। हालांकि योगगुरु ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया और कांग्रेस पर पलटवार कर दिया है।
योग गुरू ने कांग्रेस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राजनीतिक घटनाओं के लिए उनके बजाय राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने गुरुवार को दावा किया कि बाबा रामेदव ने अमित शाह के साथ मिलकर कांग्रेस विधायकों को मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ भड़काकर बगावत कराई।
उपाध्याय ने कहा कि रामदेव कांग्रेस के बागी विधायकों के संपर्क में थे और सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ साजिश रचने में भाजपा अध्यक्ष के अलावा वह भी एक अहम व्यक्ति थे। राज्य सरकार के खिलाफ बगावत करवाने और उसे गिराने का प्रयास करने में बाबा रामदेव ने एक भाजपा एजेंट के तौर पर काम किया।
हालांकि, इस संबंध में कुछ समाचार पत्रों में छपी खबरों के आधार पर रामदेव ने कहा कि राज्य में जारी राजनीतिक संकट में उनका नाम बेवजह घसीटा जा रहा है जबकि उनका इससे कुछ लेना-देना नहीं है।
रामदेव ने हरिद्वार में संवाददाताओ द्वारा इस संबंध में प्रतिक्रिया पूछे जाने पर कहा कि ‘मैंने अखबारों में पढ़ा है कि रामदेव और अमित शाह ने मिलकर राज्य सरकार को गिराने की साजिश रची। सपने में भी मैंने किसी कांग्रेस विधायक या पार्टी कार्यकर्ता से कोई बात नहीं की है। हम जो भी करते हैं खुलकर करते हैं। हम पर्दे के पीछे छुपकर कुछ नहीं करते।’
उन्होंने कहा कि इस मामले में हमारी कोई भूमिका नहीं है। राजनीतिक घटनाओं के लिए राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।