6 महीने बाद संकट मोचन मन्दिर का दरबार, दर्शन कर निहाल हुये भक्त
वाराणसी। कोरोना काल में बंद पड़े मन्दिरों के खुलने का क्रम जारी है। काशी का विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मन्दिर भी भक्तों के लिये खोल दिया गया। लॉकडाउन के बाद बीते 6 माह से बंद वाराणसी का प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर रविवार को 183 दिनों के बाद आम श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया गया। सुबह विशेष श्रृंगार आरती के बाद मंदिर को सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार खोला गया है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर प्रशासन द्वारा जारी नियमों का पालन कराया जा रहा है।
संकट मोचन का दर्शन कर भक्त हुये निहाल
सुबह मन्दिर खुलते ही दर्शन करने वालों का तान्ता लगना शुरु हो गया। विनोद पाल कहते हैं कि 6 महीने से भगवान का दर्शन करने से दूर थे। हालांकि हम लोग रोज मन्दिर आते थे और चौखट पर माथा टेक कर लौट जाते थे, लेकिन अब मुराद पूरी हो गई। संकट मोचन मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए प्रवेश कराया जा रहा है। इसके साथ ही हर श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश के पहले टनल से होकर भी गुजरना पड़ रहा है।
डीएम ने लिया था मन्दिर की तैयारियों का जायजा
इससे पूर्व शनिवार की शाम वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा मंदिर की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बाबा बजरंगबली के दर्शन भी किये। वहीं रविवार सुबह 6 बजे से 10.30 बजे तक और शाम 3 बजे से 7.30 बजे तक भक्तो के लिए खोला गया है। भक्तो को प्रसाद और फूल माला ले जाने पर रोक लगी है। इसके साथ ही 10 कि संख्या में भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है।
6 महीने से बंद था संकट मोचन
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर पहले ही खुल चुका था पर बजरंगबली का दरबार बन्द था। लिहाजा भक्त मंदिर प्रशादन ने मंदिर खोलने की मांग कर रहे थे, जिसके बाद रविवार से बजरंगबली का दरबार भक्तों के लिए खोल गया। इसके बाद भक्त भी अपने आराध्य बजरंगबली के दर्शन कर भावविभोर दिखे।
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