पुलिस अधीक्षक श्री घनश्याम चौरसिया के नेतृत्व और निर्देशन में 27-28 जनवरी 2025 को पुलिस लाइन सभागार कक्ष, श्रावस्ती में डिजिटल अरेस्टिंग, साइबर क्राइम और साइबर सुरक्षा कैपेसिटी बिल्डिंग पर एक महत्वपूर्ण दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.आज की कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी श्री अजय कुमार द्विवेदी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया.
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नागरिकों और पुलिसकर्मियों को डिजिटल युग में साइबर अपराधों, उनसे बचाव के उपायों, और उनसे संबंधित कानूनी पहलुओं के प्रति जागरूक करना था. साथ ही, यह कार्यशाला प्रतिभागियों को तकनीकी कौशल और साइबर सुरक्षा के नए साधनों से अवगत कराने पर केंद्रित थी.
विशेषज्ञों ने साइबर अपराधों की पहचान, धोखाधड़ी से बचने के उपायों, सतर्कता और जागरूकता की भूमिका, सुरक्षित प्रमाणीकरण के महत्व और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्टिंग की प्रक्रिया पर गहन जानकारी साझा की.
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ सागर विश्नोई (जर्मनी से लाइव), डिजिटल अरेस्टिंग तकनीक और इसके उपयोग, शुभम सिंह (साइबर एक्सपर्ट, मुंबई), ऑनलाइन फ्रॉड की पहचान और बचाव के उपाय, प्रणव द्विवेदी (AI पॉलिसी एक्सपर्ट), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा का समन्वय, आस्था कोहली (लीगल एक्सपर्ट), साइबर अपराध और कानूनों की व्याख्या, एमी कृष्ण पाण्डेय (को -फाउण्डर नेतृत्वशाला), निलाभ साहा (टेक एडवाइजर), ऋषभ शुक्ला (टेक्निकल एक्सपर्ट), मृदुल्य सिंह (मीडिया कवरेज), मोहित सक्सेना (मीडिया कवरेज), प्रथम मेहरोत्रा, दीपक चौधरी, कहानीकार (डिजिटल & मीडिया पार्टनर) एवं भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप ‘नेतृत्वशाला’ और अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक ‘फ्यूचर शिफ्ट लैब्स’ ने सक्रिय भागीदारी निभाई. साथ ही, ग्लोबल लीडर्स प्रा. लि. की विशेषज्ञ टीम ने साइबर क्राइम रोकने के व्यावहारिक और तकनीकी उपायों को साझा किया.
प्रतिभागियों को सतर्कता और जागरूकता के महत्व पर जोर दिया गया. एवं साइबर हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली और साइबर पुलिस से संपर्क करने की प्रक्रिया पर चर्चा हुई. ऑनलाइन धोखाधड़ी के नए तरीकों और उनसे बचाव के तरीकों पर सत्र आयोजित किए गए.
कार्यशाला का आयोजन जमाल असगर राना द्वारा …
कार्यशाला में जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी, एपीओ श्री किसलय पांडेय, प्रतिसार निरीक्षक, प्रभारी निरीक्षक (साइबर थाना), समस्त थाना प्रभारीगण, एसएसबी कर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर, पुलिस कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे. साथ ही, अलक्षेन्द्र इंटर कॉलेज और शिवालिक महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया.
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कार्यशाला के समापन पर पुलिस अधीक्षक ने विशेषज्ञ टीम, कार्यशाला आयोजक व मीडिया कवरेज टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. उन्होंने इस आयोजन को साइबर अपराधों के खिलाफ जागरूकता फैलाने और जनमानस के बीच डिजिटल सुरक्षा के प्रति विश्वास बढ़ाने की दिशा में एक सराहनीय कदम बताया.
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इस दो दिवसीय कार्यशाला ने सभी प्रतिभागियों को साइबर अपराधों से बचने, संदिग्ध गतिविधियों की पहचान और साइबर सुरक्षा से जुड़े आधुनिक उपकरणों और कानूनों की जानकारी दी. इस कार्यक्रम ने जनमानस और पुलिसकर्मियों के बीच जागरूकता बढ़ाने और डिजिटल युग में साइबर अपराधों के खिलाफ मजबूत ढांचा विकसित करने का मार्ग प्रशस्त किया.