सावन के पवित्र महीने में अगर पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा की जाए तो भोलेनाथ की कृपा जरूर बरसती है. इस बार का सावन इसलिए भी खास है क्योंकि यह एक नहीं बल्कि दो महीने तक चलेगा. सावन में शिव के साथ शक्ति की पूजा करने से भोलेनाथ का आशीर्वाद मिलता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सावन साल का पांचवां महीना है. इस महीने में कई व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं. आज शिवरात्रि मनाई जा रही है. शिवरात्रि के बाद और भी कई त्यौहार मनाये जायेंगे. सावन के महीने में कौन-कौन से व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे, देखें पूरी लिस्ट….
हरियाली अमावस्या…
17 जुलाई को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी. इस दिन पितरों की पूजा का विशेष महत्व है. हरियाली अमावस्या पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया जाता है. सावन के महीने में हर तरफ हरियाली होने के कारण इसे हरियाली अमावस्या कहा जाता है. हरियाली अमावस्या की तिथि 16 जुलाई की रात 10:8 बजे से शुरू होगी और 17 जुलाई की दोपहर 12:1 बजे तक रहेगी. इस दिन शिव पूजा और पितरों के लिए तर्पण के साथ-साथ दान करना बहुत शुभ माना जाता है.
हरियाली तीज…
हरियाली तीज का त्योहार हिंदू कैलेंडर के अनुसार 19 अगस्त को मनाया जाएगा. शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 अगस्त को रात 8:01 बजे शुरू होगी और 19 अगस्त को रात 10:19 बजे समाप्त होगी. सावन में आने वाला यह त्योहार बेहद खास माना जाता है. विवाहित महिलाएं इस दिन शिव-पार्वती की पूजा करती हैं और शिव से सुहर को अमर बनाने का वरदान मांगती हैं.
नागपंचमी…
इस साल नाग पंचमी 21 अगस्त को मनाई जाएगी. नाग पंचमी का त्योहार सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन शिव के गले में सुशोभित नाग देवता की पूजा की जाती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, नाग पंचमी तिथि 1 अगस्त सोमवार को दोपहर 12:21 बजे शुरू होगी और 22 अगस्त को सुबह 2 बजे तक रहेगी। सूर्योदय तिथि के अनुसार 21 अगस्त को नाग पंचमी मनाई जाएगी.
पुत्रदा एकादशी…
भगवान विष्णु की प्रिय पुत्रदा एकादशी 17 अगस्त, रविवार को मनाई जाएगी। सावन माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इस दिन सच्चे मन से श्रीहरि की पूजा करने से संतान संबंधी सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
सावन सोमवार…
सावन महीने का पहला सोमवार 10 जुलाई को था. दूसरा सोमवार 17 जुलाई को, तीसरा सोमवार (अधिकमास) 24 जुलाई को, सावन का चौथा सोमवार (अधिकमास) 31 जुलाई को, पांचवां सोमवार (अधिकमास) 7 अगस्त को, छठा सोमवार 14 अगस्त को, सातवां सोमवार पड़ेगा. 21 अगस्त को सोमवार और 28 अगस्त को आठवां और आखिरी सोमवार. सावन के सोमवार को पूरी श्रद्धा से भगवान शिव का व्रत और पूजन करने पर भोलेनाथ से मनचाहा वरदान मिलता है.
मंगला गौरी व्रत…
सावन का पहला मंगला गौरी व्रत 4 जुलाई, दूसरा 11 जुलाई, तीसरा 18 जुलाई, चौथा 25 जुलाई, पांचवां 1 अगस्त, छठा 8 अगस्त, सातवां 15 अगस्त, आठवां है। 22 अगस्त, नौवीं और आखिरी 29 अगस्त है। इस दौरान श्रद्धापूर्वक मां पार्वती की पूजा करने से उनका आशीर्वाद मिलेगा.
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