आईएमएस, बीएचयू कब बनेगा पूर्वांचल का एम्स, दिल्ली की बैठक में हो सकता है फैसला
स्थितियां और परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो चिकित्सा विज्ञान संस्थायन, काशी हिंदू विश्वहविद्यालय (आईएमएस बीएचयू) को जल्द पूर्ण आल इंडिया इंस्टींट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज यानी एम्स का दर्जा मिल सकता है. इस दिशा में एक बार फिर नए सिरे से मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंंडिंग (एमओयू) की तैयारी पूरी हो चुकी है. इसके लिए संस्थान स्तर पर दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की मौजूदगी में 22 नवंबर को इस संबंध में बैठक होनी है. इसके लिए जरूरी दस्तावेजों के साथ निदेशक समेत विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी आज यानी गुरुवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे. एमओयू पर मुहर लगने के साथ ही आईएमएस में एम्स की सुविधाएं बहाल कर दी जाएंगी.
दो चरणों में एमआयू पर नहीं लग सकी मुहर
पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के कारण पूर्वांचल के लिए वाराणसी में एम्स को लेकर बहस शुरू हो गई थी. इसके लिए बीएचयू स्थित आईएमएस को मुफीद माना गया था. इस पर पहल भी शुरू हुई. संस्थान में एम्स जैसी सुविधा को लेकर पर एमओयू के लिए सितंबर में दो बार दिल्ली में बैठक हो चुकी है. दो चरण की इस बातचीत के बाद भी एमओयू पर मुहर नहीं लग पाई है. अब आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार के साथ ही कुछ और वरिष्ठ अधिकारी और विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारी फिर दिल्ली की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं. इस बार चर्चा है कि महत्वपूर्ण फैसला हो सकेगा.
छह साल पहले किया गया था एमओयू
आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधा के लिए छह साल पहले पांच अगस्त 2018 को विश्वविद्यालय स्थित केएन उडुप्पा सभागार में स्वास्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय (वर्तमान में शिक्षा मंत्रालय) के बीच एमओयू किया गया था. इसके तहत आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सभी सुविधाएं मिलने की घोषणाएं की गईं थीं. छह साल का समय बीत गया, कुछ नए विभाग और सुविधाएं शुरू तो की गईं लेकिन एम्स जैसी बहुत सी सुविधाएं अब भी नहीं मिल पा रही हैं. ऐसा इसलिए कि देशभर में एम्स के संचालन में जितनी स्वास्थ्य मंत्रालय की भागीदारी है, उतनी अभी नहीं है. अब नए सिरे से एमओयू होने के बाद यहां एम्स जैसी सुविधा में स्वास्थ्य मंत्रालय की भागीदारी ही मुख्य होगी.
क्या बोले निदेशक
स्वास्थ्य मंत्रालय में आईएमएस में एम्स जैसी सुविधा के लिए 22 नवंबर को एमओयू के लिए बैठक दिल्ली में होनी है. इसकी सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. संभावना है कि इस बार एमओयू की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इसके बाद मरीजों की सुविधाओं में भी इजाफा होगा -प्रो. एसएन संखवार, निदेशक, आईएमएस बीएचयू