जैतपुरा थाना क्षेत्र के पहाड़िया पोखरा में सोमवार की सुबह 24 वर्षीय परमानंद पटेल ने कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय लोग और परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. इसके बाद, मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने घंटों मशक्कत के बाद युवक के शव को पोखरे से बाहर निकाला. इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंच चुकी थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा.
Also Read: नेता प्रतिपक्ष को लेकर दायर याचिका ली वापस, ये बताई वजह
लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र के रमरेपुर का निवासी परमानंद पटेल शीतला प्रसाद का बेटा और वह दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था. इसी वर्ष, 23 मई को उसकी शादी हुई थी. सुबह परमानंद ने अज्ञात कारणों से पहाड़िया पोखरे में छलांग लगा दी. वह तैरना भी नही जानता था और गहरे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई. किसी ने उसे पोखरे में कूदते देख लिया था. उसने शोर मचाया तो आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. एनडीआरएफ टीम के कमांडर इंस्पेक्टर अजय सिंह, सहायक कमांडर और उप निरीक्षक जगदार सिंह की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर शव को बाहर निकाला. घटना की स्पष्ट वजह तो सामने नही आ सकी है. लेकिन इसके पीछे पारिवारिक विवाद को कारण बताया जा रहा है.
दशाश्वमेध घाट पर डूब रहे तीन लड़कों को जवानों ने बचाया
जल पुलिस और पीएसी की 36 वीं वाहिनी के बाढ़ राहत दल ने सोेमवार को दशाश्वमेध घाट पर डूब रहे तीन लड़कों की जान बचाई. जानकारी के अनुसार बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले तीन लड़के राजा कुमार, बिट्टू कुमार और अंशु कुमार दशाश्वमेध घाट पर स्नान कर रहे थे, स्नान के दौरान अचानक तीनों गहरे पानी मे चले गए और डूबने लगे. यह देख आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया. इस दौरान पितृपक्ष के अवसर पर घाट पर होने वाली भीड़ के मद्देनजर डयूटी पर तैनात जल पुलिस के दीवान विनोद सिंह, सिपाही कुमार गौरव और कपिल देव ने तत्काल पानी मे छलांग लगा दी. पास ही मौजूद पीएसी की 36 वीं वाहिनी के बाढ़ राहत दल के सदस्य दीवान मेवालाल चौहान, आरक्षी राहुल यादव, सुधीर चौरसिया और अरुण कुमार भी लड़को को बचाने के लिए पानी मे कूद गये. इसके बाद जल पुलिस और पीएसी के जवानों ने तीनों लड़कों का बाहर निकाल लिया. तीनों लड़के स्वस्थ्य हैं.