वाराणसी के मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के जलालीपट्टी में 21 मार्च की रात नाथूपुर डगरा निवासी हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस दो फरार बदमाशों की तलाश कर रही है. इस सनसनीखेज वारदात में पांच बदमाश शामिल थे. मृतक सोनू यादव और उसके परिवार से हत्यारोपितों की पुरानी रंजिश थी. हत्यारों में से एक सुनील कुमार पटेल के पिता बलवंत पटेल को घटनावाले दिन ही हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव ने मारापीटा था. सोनू यादव द्वारा पिता को मारा जाना हत्या की प्रमुख वजह बनी. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों के पास से 9एमएम की पिस्टल और दो कारतूस बरामद किया है. डीसीपी वरूणा जोन ने बदमाशों को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम को पांच हजार रूपये पुरस्कार की घोषणा की है. हालांकि हत्यारोपितों में सुनील पटेल और अभिषेक पटेल ने शुक्रवार को ही थाने में आत्मसमर्पण कर दिया था. तीसरे आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
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शनिवार को डीसीपी वरूणा जोन श्याम नारायण सिंह ने तीनों हत्यारोपितों को मीडिया के सामने पेश किया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में भुल्लनपुर निवासी सुनील कुमार पटेल उर्फ बाबू पटेल, अभिषेक पटेल उर्फ कल्लू और नाथूपुर के निवासी अजीत कुमार पटेल हैं. मुखबिर की सूचना पर तीनों को एफसीआई गोदाम के पास से गिरफ्तार किया गया.
भाई ने थाने में दर्ज कराई थी नामजद रिपोर्ट
गौरतलब है कि सोनू यादव की हत्या के मामले में उसके भाई राकेश यादव ने मंडुवाडीह थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बताया कि 21 मार्च की रात उसका भाई सोनू यादव राजातालाब से घर नाथूपुर आ रहा था. रात 10.30 बजे जलालीपट्टी गांव में छविकान्त प्रधान के घर के सामने की गली में पहुंचा था. तभी बलवन्त पटेल, रवि उर्फ वीरु पटेल, सुनील पटेल उर्फ बाबू, अभिषेक उर्फ कल्लू, आनन्द पटेल उर्फ गोलू व अन्य दो व्यक्ति ने उसे घेर लिया. इसके बाद असलहे से उसके सिर और सीने में गोली मारकर भाग निकले. सूचना मिलने पर परिजन आनन-फानन में उसे लेकर बीएचयू ट्रामा सेन्टर पहुंचे. चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. मामले की विवेचना प्रभारी निरीक्षक भरत उपाध्याय कर रहे थे.
घटना से पहले सोनू ने की थी सुनील के पिता की पिटाई
पुलिस की पूछताछ में तीनों हत्यारोपितों ने बताया कि सोनू यादव से हमलोगों की पुरानी रंजिश थी और कई बार हमलोगो में लड़ाई झगड़ा हुआ था. सोनू ने मेरे पिता बलवन्त पटेल को काफी मारा-पीटा था. पुरानी रंजिश व पिता को मारे जाने की खुन्नस में मेरा चचेरा भाई अभिषेक पटेल उर्फ कल्लू व मित्र अजीत कुमार पटेल व भाई आनन्द पटेल, वीरू पटेल के साथ घात लगाकर जलालीपट्टी में बैठे थे. जैसे ही सोनू यादव छविकान्त प्रधान के घर के सामने आया तभी हमलोगों ने उसे घेर लिया और ताबड़तोड़ गोलियां मारकर भाग निकले. बदमाशों को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक भरत उपाध्याय, एसआई सत्यप्रकाश यादव, पवन यादव, चन्द्रशेखऱ यादव, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार राय, प्रभारी एसओजी एसआई मनीष मिश्रा, हेडकांस्टेबल ब्रह्मदेव सिंह, चंद्रभान यादव, कांस्टेबल पवन तिवारी और सर्विलांस टीम के हेड कांस्टेबल संतोष पासवान शामिल रहे.