बनारस में सड़कों पर हो रहा श्राद्ध-कर्म, पंडों के सामने रोजी-रोटी का संकट
बनारस में बाढ़ का सितम लगातार जारी है। गंगा का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा। हजारों लोग आफत के बीच जिंदगी गुजार रहे हैं। बाढ़ के चलते पितृपक्ष में श्राद्ध करने वाले लोगों को भी भारी मुश्किलात का सामना करना पड़ रहा है। लोग सड़कों पर श्राद्ध करने पर मजबूर हैं।
रोड पर आए पंडे-
काशी में गंगा का गुस्सा ऐसा है कि अब पंडे भी सड़क आ गए हैं। अब सड़क पर ही पूजा पाठ और श्राद्ध कर्म चल रहा है। घाटों पर छतरी के नीचे धुनी रमाने वाले पंडों की परेशानी, गंगा की बढ़ती लहरों के साथ बढ़ रही हैं।
दरअसल, पितृपक्ष में काशी में पिंडदान का महात्यम हैं। लिहाजा हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा किनारे पिंडदान के लिए यहां पहुंचते हैं। लेकिन गंगा में आये बाढ़ के चलते श्रद्धालुओ की परेशानी बढ़ गई है। श्रद्धालु अब सड़क किनारे की पूजा पाठ और श्राद्ध कर्म कर रहे हैं
पीक सीजन माना जाता है पितृपक्ष-
आमदनी के लिहाज से प्रितपक्ष पंडों के लिए पीक सीजन माना जाता है। लेकिन सैलाब से सितम ने अब रोजी रोटी पर ग्रहण लगा दिया है। अब हर किसी को इंतजार, उस पल का है जब गंगा का गुस्सा शांत होगा। फिलहाल गंगा का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। जिसके चलते गंगा का पानी शहर में दस्तक दे रहा है।