वाराणसी जिला प्रशासन ने शहर को जाममुक्त बनाने के लिए ई – रिक्शा चालकों को थानावार चार जोनों में विभाजित कर उनके लिए रूट निर्धारण किया है. यातायात पुलिस लाइन सभागार में आयोजित गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था एस चिनप्पा डीसीपी यातायात हिदेश कुमार व एडीसीपी राजेश पांडेय ने व्यापार मंडल, ऑटो यूनियन टोटो चालक शिक्षक व मीडियाकर्मियों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया था. इसमें बुद्धजीवियों द्वारा शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए अपने-अपने सुझाव दिए गए. इस संगोष्ठी के बाद प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया कि 10 सितम्बर से शहर को जाम से मुक्ति दिलाने की नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी.
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अब वैध दस्तावेज वाले चालक ही चला पाएंगे ई रिक्शा
एडीसीपी यातायात राजेश पाण्डेय ने यातायात पुलिस के बनाए रोडमैप की चर्चा करते हुए आठ बिंदुओं पर होने वाले फायदे के बारे में बताया. कहाकि शहर के बाहर से आने वाले ई-रिक्शा पर रोक लगाया जाएगा, जिससे शहर के चालकों को सवारियां मिलने की संभावना बढ़ जाएगी. उन्हें घर के पास ही रोजगार करने का अवसर मिलेगा. केवल वैध दस्तावेज वाले चालक ही ई रिक्शा चला पाएंगे, जिससे जाम की समस्या समाप्त होगी. इससे ई रिक्शा की संख्या को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी. इसके साथ ही अपराध एवं यात्रियों से दुर्व्यवहार में कमी होगी.
अपने थाना क्षेत्र के निर्धारित रूट पर चल पाएंगे टोटो स्वामी
उन्होंने बताया कि टोटो स्वामियों को उनके थाना क्षेत्र में ही निश्चित रूट पर चलने के लिए शहर को चार जोनों में बांटा गया है. टोटो चालकों को चार रंगों के क्यूआर कोड जारी किए जाएंगे. रूट नंबर एक में लाल रंग का क्यूआर कोड जारी होगा. इसमें कोतवाली, जैतपुरा व आदमपुर थाना क्षेत्र के ई-रिक्शा का पंजीकरण होगा. रूट नंबर 2 के लिए पीले रंग का क्यूआर कोड जारी किया जाएगा, जिसमें चेतगंज, लक्सा, सिगरा चौक दशास्वमेध थाना क्षेत्र के टोटो का रजिस्ट्रेशन होगा. रूट नंबर तीन के लिए हरे रंग का क्यूआर कोड जारी होगा जिसमें भेलूपुर थाना क्षेत्र के टोटो का रजिस्ट्रेशन होगा. रूट नंबर चार के लिए आसमानी रंग का क्यूआर कोड जारी होगा. इसमें लंका, चितईपुर थाना क्षेत्र के टोटो का रजिस्ट्रेशन होगा. जबकि रामनगर थाना क्षेत्र के टोटो अपने थाना क्षेत्र में ही टोटो चला पाएंगे.
सड़क पर जगह-जगह खड़ी गाड़ियों के खिलाफ भी हो कार्यवाही
गोष्ठी में आए लोगों ने कहाकि सड़क पर जगह-जगह खड़ी होने वाली गाड़ियों के खिलाफ भी लगातार कार्यवाही होनी चाहिए. क्योंकि सड़क पर खड़ी हजारों गाड़ियां जाम का कारण बनती हैं, वहीं थोड़ा समय बचाने के लिए गलत दिशा में चलने वाले वाहनों पर भी रोक लगना चाहिए. शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए प्रशासन के साथ आम नागरिकों को भी यातायात व्यवस्था में अपनी भागीदारी निभानी चाहिए.
गोष्ठी में अनर्गल आरोप लगाते हुए बहिष्कार करना उचित नही-अपर पुलिस आयुक्त
गोष्ठी के दौरान ही ऑटो वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष घनश्याम यादव ने रूट निर्धारण का विरोध करते हुए गोष्ठी का बहिष्कार कर दिया, जिससे कुछ देर के लिए सभागार में स्थिति असहज हो गई और लोग उठकर गोष्टी छोड़कर जाने लगे. इस पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने लोगों को यथास्थान बैठने का अनुरोध किया वही इस व्यवस्था से व्यथित अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए यह गोष्ठी बुलाई गई है जिसमें सभी को सम्मानित ढंग से निमंत्रण दिया गया है. यदि किसी को कोई सुझाव देना है तो मंच पर आकर अपनी बात कहे. इस तरह से बीच गोष्ठी में अनर्गल आरोप लगाते हुए बहिष्कार करना उचित नहीं है.
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जाम से परेशान लोगों ने प्रशासन के निर्णय का किया समर्थन
उन्होंने कहाकि वाराणसी में रूट निर्धारण 10 सितंबर से लागू कर दिया जाएगा. वहीं यातायात पुलिस द्वारा स्पष्ट किया गया कि जिन ई – रिक्शा का फिटनेस व इंश्योरेंस ओके होगा उसे ही क्यूआर कोड मिलेगा. वहीं, आयेदिन शहर में जाम की समस्या से परेशान लोगों ने संगोष्ठी के बाद प्रशासन के निर्णय का समर्थन किया है. उनका कहना है कि रोजी-रोटी के नाम पर टोटो चालक अनशन-प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन उन्हें यह भी सोचना चाहिए कि इस शहर के हजारों लोग रोज अपनी रोजी-रोटी के लिए आफिस के लिए निकलते हैं. जाम के कारण उनकी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाता है. यदि चालकों को अपनी रोजी-रोटी की चिंता है तो उन्हें दूसरों की भी रोजी-रोटी के बारे में सोचना चाहिए. यातायात व्यवस्था में अराजकता फैलाने की इजाजत किसी को नही दी जा सकती.