वाराणसी: हम एक हैं तो नेक हैं, बीएचयू में आरएसएस के प्रचारक इंद्रेश कुमार ने दिया संदेश

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वाराणसी: ‘विज्ञान में भारत की वैश्विक भूमिका’ विषय पर आयोजित एक मोटिवेशनल प्रोग्राम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक इंद्रेश कुमार ने युवाओं को संदेश दिया कि ‘हम एक हैं तो नेक हैं’. कहा कि ‘सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा’, ‘संविधान हमारा मंदिर है’, और ‘नर सेवा नारायण सेवा’ है. यह कार्यक्रम बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर साइंस में आयोजित किया गया. जिसमें इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. एसवीएस राजू समेत 200 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.

चीफ गेस्ट इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और वैज्ञानिक परंपरा पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने भारतीय संविधान को समाज का मार्गदर्शक बताते हुए इसे हर भारतीय का मंदिर करार दिया. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है, और एकता के महत्व पर बल देते हुए हम एक हैं तो नेक हैं का संदेश दिया.

इस आयोजन में ऑनरी गेस्ट के रूप में अल-हनीफ एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन हाजी वसीम अहमद और आरएसएस के वरिष्ठ कार्यकर्ता दीनदयाल ने भी अपने विचार व्यसक्त किए. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल युवाओं में सकारात्मकता का संचार करते हैं, बल्कि समाज में एकता और सेवा भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं.

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युवाओं से किया ये आह्वान

कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत करते हुए प्रो. एसवीएस राजू ने कहा कि भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियां और सांस्कृतिक धरोहर हमें विश्व में अलग पहचान दिलाती हैं. युवाओं को इस धरोहर को संरक्षित करते हुए विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. यह आयोजन विज्ञान के क्षेत्र में भारत की वैश्विक भूमिका को समझने और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरणा देगा.

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इस आयोजन को डॉ. अख्तर अली , कोऑर्डिनेटर, सेंटर फॉर जेनेटिक डिसऑर्ड, और रागोप सपोर्ट फाउंडेशन के श्री जयंती सिंह का सहयोग प्राप्त हुआ. इस अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि इस प्रकार की चर्चाओं से उनमें समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी का एहसास बढ़ता है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में भारत की वैश्विक भूमिका को समझना और समाज में सकारात्मक संदेश फैलाना था.

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