वाराणसी: ई-रिक्शा चालकों का भूख हड़ताल जारी, सीएम से करेंगे मिलने का प्रयास
पिछले 12 दिनों से शास्त्री घाट पर ये चालक आमरण अनशन व भूख हड़ताल के जरिए विरोध कर रहे हैं.
वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा शहर को जाम मुक्त करने के लिए ई -रिक्शा चालकों को थानावार चलने के लिए निश्चित रूट का विरोध करते हुए पिछले 12 दिनों से शास्त्री घाट पर ये चालक आमरण अनशन व भूख हड़ताल के जरिए विरोध कर रहे हैं. अखिल भारतीय ई-रिक्शा चालक कल्याण समिति के ओर से आज भी भारी संख्या में ई-रिक्शा चालक जिला प्रशासन के रूट निर्धारण को लेकर विरोध करते रहे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी पहुंचे धरना स्थल
धरना स्थल पर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय शंकर पांडेय ने भी जिला प्रशासन द्वारा ई – रिक्शा चालकों को रूट में बांधे जाने के नियम का पूरी तरह से विरोध किया.
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इस दौरान उन्होंने कहा किजिला प्रशासन ई – रिक्शा चालकों के साथ शहर को जाम मुक्त बनाने के नाम पर अन्याय कर रहा है. हम ऐसा होने नहीं देंगे. जरूरत पड़ने पर जिला प्रशासन व शासन से भी बात की जाएगी और आपकी लड़ाई में हम सदा आपके साथ हैं. बस आप अपनी लड़ाई जारी रखिएगा.
सीएम से मिलने का प्रशासन ने नहीं दिया समय
धरना स्थल पर यूनियन के अध्यक्ष प्रवीण काशी ने जर्नलिस्ट कैफे को बताया की काशी के ई -रिक्शा चालकों की समस्या से हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराकर उनसे इस समस्या का हल चाहते थे. आज वह काशी आ रहे हैं पर जिला प्रशासन द्वारा हमें उनसे मिलवाने का कोई समय नहीं दिया गया है. हम अपनी ओर से तो प्रयास कर ही रहे हैं.
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हम मीडिया के माध्यम से भी योगी आदित्यनाथ तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं कि वह बनारस के गरीब तबके के इस बड़ी आबादी की समस्या का संज्ञान लें. साथ ही रिक्शा चालकों के जीवन यापन और यातायात को सुचारू रूप से चलने के लिए सबके हित में एक निर्णय ले.
इस दौरान धरना स्थल पर ही प्रदर्शन कर रहे चालकों के लिए भोजन भी बनाया जा रहा था. धरना प्रदर्शन में महेंद्र कुमार सुनील गुप्ता, अहमद अली मोहम्मद, परवेज सोनू शहाबुद्दीन, कमलेश पांडेय सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष ई – रिक्शा चालक उपस्थित रहे.