तबाहीः वाराणसी में गंगा का पानी रिहायशी बस्ती में घुसा, एक की करेंट से मौत
गंगा का जल स्तर शनिवार से काफी तेजी से बढ़ा हुआ है.
गंगा का जल स्तर शनिवार से काफी तेजी से बढ़ा हुआ है. गंगा का जलस्तर बढ़ने से एक बार फिर किनारे बसी रियाशी बस्तियां व कॉलोनियां में गंगा का पानी घुसने लगा हैं. वहीं, सामने घाट ज्ञान प्रवाह नाला पर बने चैनल गेट में रबड़ के ब्रैकेट में लीकेज होने से पानी नाला में से होकर कॉलोनी में घुसने लगा है. इसके चलते दर्जनों की संख्या में मकान बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं. बढ़ते पानी को देखकर लोग अपने घरों को खाली कर वापस अपने गांव व रिश्तेदारों के घर जाने लगे हैं.
चैनल लीकेज ने बढ़ाई मुश्किल
सीर गोवर्धनपुर वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि राम सिंह यादव ने बताया कि ज्ञान प्रवाह नाला पर बना चैनल गेट में लकड़ी का बोता फंसने से रबड़ के ब्रैकेट में लीकेज हो गया. पानी मारुति नगर पटेल नगर से होकर काशीपुरम की तरफ फैल गया है. इस तरह पानी बढ़ता रहा तो सोमवार तक सैकड़ो की तादाद में घर मकान पानी से घीर जाएगा. चैनल में लीकेज होने की शिकायत स्थानी लोगों ने सिंचाई विभाग के बंधी प्रखंड के अधिशासी अभियंता से शिकायत की है.
सामने घाट के दर्जनों मकान डूबे
स्थानीय लोगों की शिकायत पर अधिशासी अभियंता ने अवर अभियंता और गोताखोरों को भेज कर लीकेज की बारे में पता लगवाने का आश्वासन दिया है. वहीं दूसरी तरफ नगवा नाले से पानी बढ़ने लगा है. लोगों का कहना है कि इसी तरफ पानी का बढ़ाव रहा तो अगले 10 घंटे में नाला किनारे रहने वाले झुग्गी झोपड़ियां में पानी घुस जाएगा. क्षेत्र के गंगोत्री बिहार संगम पुरी,डुमराबाग कॉलोनी,हरिजन बस्ती, साकेत नगर ,रोहित नगर में नाला के किनारे रहने वाले लोग भी पानी से प्रभावित हो जाएंगे.
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क्षेत्रीय विधायक के माध्यम से कुलपति को पत्र
सीर गोवर्धनपुर के पार्षद राम सिंह यादव उर्फ कल्लू पहलवान ने बताया कि मारुति नगर में यह हर साल बाढ़ के समस्या है. उन्होंने बताया कि इस बार गंगा शनिवार के बाद काफी तेजी से बढ़ी है जिससे बाढ़ का पानी फैल गया है. यहां पर जो सीर गोवर्धनपुर से जो सीवर लाने आती है उसमें बाढ़ का भी पानी जाता है. जिसके कारण मारुति नगर में पानी भर जाता है. उन्होंने बताया कि विधायक के सहयोग से हम लोगों ने कई बार कुलपति को पत्र दिया है. मारुति नगर से ज्ञान प्रवाह तक सीवर लाइन पड़ी है तो इस समस्या का हल हो जाएगा.
राजस्व विभाग के कर्मचारी बाढ़ राहत चौकी स्थापित करने में जुटे
राजस्व विभाग के कर्मचारी बाढ़ राहत चौकियां को फिर से स्थापित करवाने की प्रक्रिया में जुट गए हैं. सामने घाट साई मंदिर से पानी तिराहा की तरफ बढ़ने लगा है. इसके चलते यहां रहने वाले लोग प्रभावित हो गए हैं. सामने घाट स्थित ज्ञान प्रवाह नाले से पानी प्रवेश करने से मारुति नगर पटेल नगर काशीपुरम कॉलोनी में नाले के इर्द-गिर्द घर पानी से चौतरफा डूब गया है.
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मारुति नगर कॉलोनी में रहने वाले अशोक सिंह, रजनीकांत तिवारी, विजय बहादुर पटेल, सूरजकांत यादव ने बताया कि दर्जनों से अधिक मकान पानी से चारों तरफ डूब गया है. इस हालत में सभी लोग अपने घरों को खाली कर रहे हैं.
रमना अंत्येष्टि स्थल डूबा 20 एकड़ से अधिक फसल भी पानी में समाई
गंगा के लगातार बढ़ते जल स्तर से रमना गंगा के किनारे बना अंत्येष्टि स्थल रविवार को पानी में समा गया. गंगा के पानी में 20 एकड़ से अधिक किसानों की फसल भी डूब गई.
वरुणा का जलस्तर भी उफान पर
दूसरी ओर इसके साथ ही वरुणा में जलस्तर काफी तेजी के साथ बढ़ रहा है. वरुणा के बढ़ते जलस्तर में इसके किनारे गांव समेत कई मकान डूब चुके हैं. लोग नावों की मदद से अपने घर से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो गए हैं. इसी क्रम में बघवा नाला क्षेत्र में भी मुख्य मार्ग के करीब बाढ़ का पानी पहुंच चुका है. बघवा नाला स्थित बाघा वीर बाबा मंदिर जलमग्न हो चुका है और मुख्य रास्तों से लगने वाले गलियों में पानी घुस गया है. इसके कारण सैकड़ो घरों में लोग कैद हो चुके हैं .
बाढ़ ने ले ली युवक की जान
सारनाथ स्थित पुराना पुल चौकी क्षेत्र में बाढ़ की विभीषिका के बीच एक दुखद घटना सामने आई है. 32 वर्षीय राजू सोनकर पुत्र स्वर्गीय भैया लाल सोनकर की बाढ़ के पानी में उतरे करंट की चपेट में आने से मौत हो गई. राजू पैगंबरपुर में अपनी मौसी के घर परिवार के साथ रह रहा था, लेकिन बाढ़ के कारण वह परिवार समेत एक किराए के मकान में रहने को मजबूर हो गया था.
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शनिवार की रात राजू अपने डूबे हुए घर से कुछ जरूरी सामान निकालने के लिए तैरकर गया था, लेकिन दुर्भाग्यवश करंट लगने से उसकी मौत हो गई. सोमवार सुबह जब उसका शव पानी में उतराया मिला, तो आस-पास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुराना पुल चौकी इंचार्ज जमुना प्रसाद तिवारी ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मृतक के परिवार में तीन बेटियां हैं, जो अब इस हादसे के बाद अनाथ हो गई हैं.