उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के सेनापति यानि डीजीपी सुलखान सिंह ने आज अपना चार्ज संभाल लिया है। सुबह करीब 10 बजे डीजीपी दफ्तर पहुंचकर सुलखान सिंह ने पदभार ग्रहण किया।
सुलखान सिंह ने जावीद अहमद की जगह ली
जावीद अहमद की जगह लेने वाले सुलखान सिंह 1980 कैडर के यूपी के सबसे सीनियर आईपीएस अफसर हैं। वे तेज-तर्रार और ईमानदार इमेज वाले अफसरों में गिने जाते हैं। हालांकि सितंबर में उनका रिटायरमेंट होना है।
किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा- DGP
डीजीपी सुलखान सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘जो भी क्रिमिनल एक्टिविटीज में शामिल पाया जाता है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। भले ही वो सत्ताधारी पार्टी का हो या न हो। हमें सीएम की ओर से सख्त निर्देश मिले हैं।
‘महकमे में करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस रहेगी’
DGP ने कहा कि – पुलिस का काम जोखिम भरा होता है, गुंडागर्दी होगी तो कार्रवाई की जाएगी। यूपी पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ काम करेगी। हमारी प्राथमिकता जनता की सुरक्षा है। साथ ही महकमे में करप्शन के प्रति जीरो टॉलरेंस रखा जाएगा।
पुलिस के खाली पद जल्द भरे जाएंगे- DGP
डीजीपी ने प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि मैं आश्वासन देता हूं कि हमारी पुलिस सभी से एक समान व्यवहार करेगी। साथ ही खाली पदों को जल्द भरा जाएगा।
पुलिस जनता की सेवा के लिए है- DGP
डीजीपी ने कहा कि लोगों में विश्वास दिलाने की जरूरत है, कि पुलिस उनकी सेवा के लिए है। जनता के अधिकारों संरक्षण देना है। हालांकि पुलिस मुखिया ने पुलिसकर्मियों की छुट्टियो को लेकर कहा कि पुलिस के अवकाश की व्यवस्था सिस्टेमैटिक होनी चाहिए।
‘एंटी रोमियो स्कॉयड बिना वजह परेशान नहीं करेगा’
योगी सरकार की एंटी रोमियो स्क्वॉड के सवाल पर नए डीजीपी ने कहा कि ‘बिना मतलब किसी को भी परेशान नहीं किया जाएगा। जो लोग आपत्तिजनक हालत में पाए जाते हैं, उन्हीं से पूछताछ होगी।
आइए आपको बताते हैं कौन हैं सुलखान सिंह
- सुलखान सिंह 1980 कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं
- 9 वें डीजीपी के तौर पर सुलखान सिंह ने चार्ज संभाला है
- 2001 में लखनऊ में डीआईजी के पद पर वे तैनात थे। इस दौरान उन्होंने अपनी रेंज में करप्ट पुलिसवालों के ट्रांसफर किए थे, जिसके बाद वे काफी चर्चा में आए थे।
- सीनिरयारिटी और उनकी ईमानदार छवि के आधार पर उन्हें डीजीपी बनाया गया है
सपा सरकार में 8वें डीजीपी बने थे अहमद
- अखिलेश सरकार ने 2016 के पहले दिन जावीद अहमद को यूपी का नया डीजीपी अप्वाइंट किया था।
- सपा सरकार में यूपी को जावीद के रूप में 8वां डीजीपी मिला था।
- एक साल के दौरान तीन डीजीपी को विदाई दी गई थी।
- 2015 में पहली विदाई अरुण कुमार गुप्ता, फिर एके जैन और फिर डीजीपी जगमोहन यादव
- जावीद 15 अफसरों को सुपरसीड करके डीजीपी बने थे।
- जावीद अहमद का कार्यकाल मार्च 2020 तक है।
- जावीद अहमद को नई तैनाती के तहत PAC भेज दिया गया है