हम क्‍या से क्‍या होते जा रहे हैं?

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आशीष बागची

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में पिछले हफ्ते दो साल की बच्ची की हत्या के बाद देश में एक उबाल सा आ गया है और सोशल मीडिया पर भी लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। इस घटना को लेकर लोग लगातार ट्वीट कर रहे हैं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। राजनेता, फिल्म जगत से लेकर क्रिकेट जगत के दिग्गजों ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया है और वारदात की कड़ी आलोचना की है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा अभिनेता आयुष्‍मान खूराना ने भी दुख जताया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने ट्वीट किया, ”मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय घटना ने हिलाकर रख दिया है। इसके दर्द को बयां नहीं किया जा सकता। वीरेंद्र सहवाग ने भी कड़ा रोष जाहिर किया।

मानवता शर्मसार-

इस मासूम बच्ची के साथ जो हैवानियत हुई, वो इंसानियत को शर्मसार करने वाली है। उसको बिस्किट देने के लालच में बुलाया गया और उसकी हत्या कर दी गई। हत्यारों ने मासूम की आंखें निकाल लीं और शरीर में तेजाब डालकर तीन दिनों तक बोरे में भरकर घर में रखा। इतना ही नहीं, बाद में मासूम की लाश को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया, ताकि कुत्ते उसके शरीर को नोचकर खा जाएं।

30 मई को बच्ची घर के बाहर से लापता हुई थी-

30 मई को बच्ची घर के बाहर से लापता हो गई थी, इसके बाद 2 जून को उसका शव मिला था। आरोप है कि दुष्‍कर्म के बाद उसकी हत्‍या हुई है। दूसरी ओर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अलीगढ़ पुलिस ने कहा है कि बच्ची के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ, बल्कि दम घुटने की वजह से उसकी मौत हुई है। पुलिस ने आपसी रंजिश में बच्ची की हत्या किए जाने की बात कही है।

दोषियों को मिले मौत की सजा-

बच्ची की मां ने मोदी और योगी सरकार से दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘हम चाहते हैं कि उन्हें मौत की सजा मिले। अन्यथा वे सात साल बाद बाहर आ जाएंगे और फिर इस तरह का दुस्साहस करेंगे।’

पुलिस को बताने के बाद भी नहीं ली सुध-

दो साल की ट्विंकल 30 मई को घर के बाहर खेलते समय लापता हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद 2 जून को उसका शव बरामद हुआ, जिसे जानवरों ने क्षत-विक्षत कर दिया था। परिजनों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका जताई थी।

रासुका के तहत कार्रवाई-

एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि दो लोग गिरफ्तार हुए हैं। आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने की कार्रवाई की जा रही है। इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का प्रयास होगा। घटना के बाद संबंधित थाने के पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।

गैर जिम्‍मेदाराना बयान-

वहीं, उप्र के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बच्ची की हत्या के मामले में कहा कि ऐसी घटनाएं हो जाती हैं।

आखिर हम कौन सा समाज बना रहे हैं?

पूछा जा रहा है कि हम कौन सा समाज बना रहे हैं। ऐसा ही मामला बीते दिनों जम्‍मू के कठुआ शहर में हुआ था जहां शहर में कुछ दरिंदों ने एक मासूम, गरीब, आठ साल की बच्ची को एक मंदिर के परिसर में कैद कर नींद की गोलियां खिलाकर कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार किया। फिर दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया और पत्थरों से चेहरा बिगाड़ कर उसकी लाश जंगलों में फेंक दी, जैसे कूड़ा हो। जब नन्हीं बच्ची की दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, तो मशहूर अभिनेताओं और खिलाड़ियों से लेकर आम आदमी तक सबने हर तरह से अपना दर्द व्यक्त करने की कोशिश की।

इस घटना के बाद फरहान अख्तर ने ट्विटर पर जो भावनाएं व्‍यक्‍त की थीं वो काबिले गौर हैं और समाज का दुख जताती हैं। उन्‍होंने कहा-‘कल्पना करो कि बच्ची के मन में कितना आतंक रहा होगा। कल्पना करने के बाद अगर आपको आतंक महसूस नहीं हो रहा हो, तो आप इंसान नहीं हैं।’ वाकई इस तरह की घटनाएं हृदय विदीर्ण कर देती हैं।

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