नई दिल्लीः यूपीआई (UPI) से डिजिटल भुगतान करने वालों के लिए एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है. भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI Transaction ID को लेकर नया नियम लागू किया है, जो 1 फरवरी 2025 यानी कल से प्रभावी होगा.
इस नए नियम के तहत, यूपीआई सेवा प्रदान करने वाली सभी कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि ट्रांजेक्शन आईडी केवल अल्फान्यूमेरिक (अक्षर और संख्याओं का मिश्रण) हो. यदि किसी यूपीआई आईडी में @, #, $, %, & जैसे विशेष चिन्ह होंगे, तो उसे मान्य नहीं माना जाएगा और लेनदेन रद्द कर दिया जाएगा.
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ट्रांजेक्शन आईडी में शामिल होंगे 35 अंक
NPCI ने सभी यूपीआई ऐप्स को निर्देश दिया है कि प्रत्येक ट्रांजेक्शन आईडी 35 अक्षरों और अंकों की होनी चाहिए. इसमें कोई विशेष अक्षर नहीं होने चाहिए.
वैध ट्रांजेक्शन आईडी- upi1234567890abc12345
अमान्य ट्रांजेक्शन आईडी- upi@123456!7890#abcd
UPI भुगतान की पहचान होगी आसान
आपकों बता दें कि वर्तमान में विभिन्न यूपीआई ऐप्स अपने-अपने सिस्टम के अनुसार ट्रांजेक्शन आईडी तैयार करते हैं, जिससे कई बार लेनदेन का पता लगाना मुश्किल हो जाता है. ग्राहक द्वारा शिकायत दर्ज कराने पर बैंक और पेमेंट गेटवे को सही ट्रांजेक्शन ट्रेस करने में परेशानी होती है. वहीं अब, मानकीकृत ट्रांजेक्शन आईडी की व्यवस्था लागू होने से भुगतान प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा जिससे फर्जीवाड़े की आशंका कम होगी.
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पैन कार्ड पहचान सत्यापन के लिए होगा मान्य
इसी बीच, भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (IBBI) ने पैन कार्ड को आधिकारिक पहचान दस्तावेज के रूप में मान्यता दे दी है. अब कॉर्पोरेट देनदारों की पहचान सत्यापन के लिए पैन कार्ड का उपयोग किया जा सकेगा. इससे वित्तीय लेनदेन की प्रक्रिया सरल होगी और दस्तावेज़ीकरण में सहूलियत मिलेगी.
डिजिटल लेनदेन को मिलेगी मजबूती
UPI Transaction ID में किए गए इस बदलाव से डिजिटल भुगतान को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की कोशिश की गई है.