यूपी में बिजली की डिमांड हुई कम, कई जगह उत्पादन बंद

0

ताउते तूफान ने देश में काफी नुकसान पहुंचाया लेकिन इसका कुछ फायदा भी कर गया. यूपी के कई हिस्सों में दो से तीन दिनों तक हुई बारिश से तापमान में गिरावट हुई तो बिजली की डिमांड काफी कम हो गयी. लोगों के घरों के एसी, कूलर कुछ दिनों के लिए बंद हो गए. इससे उनकी बिजली का बिल थोड़ा बहुत तो कम आएगा ही.

यह भी पढ़ें : विश्व पटल पर अपनी चमक बिखेर रहे गंगा के घाट

लगातार घटती रही मांग

पिछले चार दिन के दौरान बिजली की मांग में सात हजार मेगावाट की कमी आई है. गुरुवार को पीक आवर के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग 13609 मेगावाट तक लुढ़क गई. 17 मई को अधिकतम प्रतिबंधित मांग 381.7 मिलियन यूनिट थी. 18 मई को 329.2 मिलियन यूनिट, 19 मई को 235.3 मिलियन यूनिट तथा 20 मई को 208.8 मिलियन यूनिट दर्ज की गयी. बिजली डिमांड में कमी के चलते बिजली उत्पान करने वाली सरकारी और निजी सेक्टर की आठ इकाइयों को बंद कराया गया है. इस तरह कुल 21 इकाइयों से उत्पान नहीं हो रहा है.

यह भी पढ़े :  ‘जहां बीमार वहीं उपचार’ पीएम ने कोरोना से जंग का दिया नया मंत्र

50 फीसद कम हुआ बिजली उत्पादन

इकाइयों के बंद हो से प्रदेश के हिस्से का कुल 6341 मेगावाट बिजली का उत्पादन कम हुआ है. ज्यादातर चालू इकाईयों से 40 से 50 फीसद तक बिजली का उत्पादन कम कराया जा रहा है. उत्पादन निगम की इकाइयों से मात्र 1690 मेगावाट तथा अन्य से 2291 मेगावाट उत्पादन कराया जा रहा था. उधर जलविद्युत इकाइयों से मात्र 80 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. मांग में कमी के कारण केंद्रीय पूल से बिजली आयात में भारी कमी आई है. चार दिन पहले तक केंद्रीय पूल से 12 हजार मेगावाट तक बिजली ली जा रही थी जिसमे पांच हजार मेगावाट तक की कमी आई है. गुरुवार को पीक आवर के दौरान केंद्रीय पूल से मात्र 7439 मेगावाट बिजली ली गयी.

[better-ads type=”banner” banner=”100781″ campaign=”none” count=”2″ columns=”1″ orderby=”rand” order=”ASC” align=”center” show-caption=”1″][/better-ads]

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आप डेलीहंट या शेयरचैट इस्तेमाल करते हैं तो हमसे जुड़ें।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More