लखनऊ. उत्तर प्रदेश में चार नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण से काशी, प्रयागराज और हरिद्वार जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों का सफर सुगम हो जाएगा. विधानसभा में गुरुवार को पेश किए गए बजट में इन एक्सप्रेस-वे के लिए 1,050 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इन परियोजनाओं का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (upeida) द्वारा कराया जाएगा.
औद्योगिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए सड़क कनेक्टिविटी में सुधार किया जा रहा है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान 36 लाख करोड़ रुपये के MOU (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर हुए थे, जिनमें से अब तक 6.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश प्रदेश में आ चुका है.
ALSO READ: ईवी के चार्जिंग स्टेशन बनाने वाले शीर्ष राज्यों में यूपी
प्रमुख एक्सप्रेस-वे और लिंक रोड्स
1. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे लिंक:
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने के लिए 0.83 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा. इस परियोजना पर कुल 4,837.64 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके लिए बजट में 900 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
2. विन्ध्य लिंक एक्सप्रेस-वे:
गंगा एक्सप्रेस-वे को प्रयागराज, मिर्जापुर, चंदौली और वाराणसी होते हुए सोनभद्र तक जोड़ने के लिए 320 किलोमीटर लंबे विन्ध्य लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा. इस परियोजना पर लगभग 22,400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. इसके लिए बजट में 50 करोड़ रुपये रखे गए हैं. इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड के साथ बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी.
3. मेरठ-हरिद्वार लिंक:
मेरठ को हरिद्वार से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे के विस्तारीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इस परियोजना के पूरा होने पर काशी, प्रयागराज और हरिद्वार जैसे तीर्थ स्थलों तक यात्रा आसान होगी.
4. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर:
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 461 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. इस परियोजना के तहत लगभग 9.5 हजार करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है.
ALSO READ: रायबरेली में राहुल का बयान, कहा- यहाँ एक नहीं दो सांसद…
अन्य परियोजनाएं भी जारी
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पहले से ही जनता के लिए खोले जा चुके हैं. इसके अलावा, साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी ट्रांसलेशन रिसर्च पार्क के लिए भी तीन करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. इन चार नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण से प्रदेश में यातायात सुगम होगा और औद्योगिक विकास को नई दिशा मिलेगी.