जल्द बंद हो जाएगी दूरसंचार की यह सरकारी कंपनी, सरकार ने जारी किया बड़ा अपडेट…
सरकारी टेलिकॉम कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड यानी एमटीएनएल अब कुछ दिनों की मेहमान रह गयी है. सरकार तीस हजार करोड़ रुपये के ऋण पुनर्गठन को समाप्त करने के करीब है. इसके बाद एमटीएनएल का पूरा काम भारत संचार निगम (BSNL) को मिलेगा. सूत्रों के अनुसार, हालांकि अभी आधिकारिक रूप से कंपनी को बंद करने का निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि कंपनी स्वतंत्र रूप से नहीं रहेगी. फिलहाल कंपनी अपनी सेवाएं राजधानी दिल्ली और मुंबई में प्रदान कर रही है. लेकिन 4जी और 5जी सेवाओं की कमी के कारण बीएसएनएल और एमटीएनएल निजी टेलिकॉम कंपनियों से मुकाबला करने में असमर्थ हैं.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस निर्णय को एक महीने के भीतर अंतिम रूप दिया जा सकता है. साथ ही, कर्ज में डूबी एमटीएनएल को एक समझौते के जरिए भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को सौंपने का भी विचार किया जा रहा है. केंद्रीय सरकार ने बीएसएनल को एक बार फिर पूरी तरह से बदल दिया है. हाल ही में BSNL ने भी पाइवेट मोबाइल कंपनियों द्वारा टैरिफ बढ़ाने से लाभ उठाया है. इन दिनों नए ग्राहक BSNL से तेजी से जुड़ रहे हैं. वही एमटीएनएल का परिचालन मिलने से यूजर्स बेस को और बड़ा करने में मदद मिलेगी.
भारी कर्ज में डूबी है सरकारी कंपनी एमटीएनएल
बताया जा रहा है कि, एमटीएनएल के भारी ऋण को देखते हुए बीएसएनएल के साथ विलय उचित नहीं है. फैसला लिए जाने के बाद प्रस्ताव सचिवों की समिति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा, जिसके बाद मंत्रिमंडल अंतिम निर्णय लेगा. इस सप्ताह एमटीएनएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि, वह कुछ बॉन्डधारकों को ब्याज देने में असमर्थ है क्योंकि उसके पास पर्याप्त धन नहीं है. यह ब्याज 20 जुलाई 2024 को देय होगा. एमटीएनएल, दूरसंचार विभाग और बीकन ट्रस्टीशिप लिमिटेड के बीच हस्ताक्षरित त्रिपक्षीय समझौते (टीपीए) के अनुसार, एमटीएनएल को देय तिथि से 10 दिन पहले एस्क्रो खाते में पर्याप्त राशि के साथ अर्धवार्षिक ब्याज भुगतान करना होगा.
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दिल्ली और मुंबई में सेवा दे रही एमटीएनएल
वहीं इसको लेकर एमटीएनएल का कहना है कि, ”टीपीए के प्रावधानों के मद्देनजर, यह सूचित किया जाता है कि अपर्याप्त फंड के कारण, एमटीएनएल एस्क्रो खाते में पर्याप्त राशि जमा नहीं कर सकी है. एमटीएनएल दिल्ली और मुंबई में दूरसंचार सेवाएं देती है, जबकि बीएसएनएल दिल्ली और मुंबई को छोड़कर पूरे भारत में परिचालन करती है. रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी निजी दूरसंचार कंपनियों ने पिछले कुछ महीनों में अपने ग्राहकों की संख्या में वृद्धि की है, लेकिन एमटीएनएल का ग्राहक आधार घट रहा है.”