हाहाकारी बाढ़ से गुजरात में राहत के आसार नहीं, 7 दिनों का अलर्ट जारी….
वायनाड में त्रासदी के बाद अब गुजरात में बारिश जमकर कहर बरपा रही है. इसके चलते बाढ़ के जद में आए गुजरात के सौराष्ट्र से लेकर कच्छ तक वडोदरा से राजकोट तक और जामनगर से खेड़ा तक युद्धस्तर पर राहत और बचाव का काम चलाया जा रहा है. वडोदरा के सयाजीगंज क्षेत्र में पानी 8 फीट तक पानी भरा हुआ है. इसके चलते दो दिन से लोग घरों में कैद रहने पर मजबूर हैं. बिना बिजली और पानी के लोग घर के अंदर जिंदगी गुजार रहे हैं.
ऐसे में सेना के जवान देवदूत की तरह लोगों की मदद के लिए जुटे हुए हैं. वे रस्सी और बाल्टी की मदद से हर घर में खाना- पानी पहुंचाने का काम कर रहे हैं. गुजरात की बिगड़ती स्थित को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. पीएम मोदी ने फोन पर बात करके प्रतिबद्धता व्यक्त करने के साथ ही केंद्र सरकार ने गुजरात को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है.
गुजरात में तूफान आने की संभावना
आपको बता दें कि गुजरात में बीते चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है. ऐसे में प्रदेश के अधिकांश हिस्से में बाढ आ गयी है जिससे आमजन की जिंदगी सैलाब में गोते खा रही है. वहीं मौसम विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, आज अरब सागर में बन रही चक्रवाती तूफान की स्थिति गुजरात में तबाही भी मचा सकती है. गुजरात के अलावा मौसम विभाग ने ओडिशा-केरल में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. ये पिछले आठ दशक में जमीन के ऊपर पैदा हुआ चौथा तूफान होगा. मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि, ये बहुत दुर्लभ घटना है.
7 दिनों तक भारी बारिश से राहत नहीं
मौसम विभाग की अनुसार, चक्रवाती तूफान की वजह से आज सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश होने की उम्मीद है. इसके अलावा, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी और स्वर्का में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने कहा कि अगले सात दिनों में गुजरात में बारिश जारी रहने वाली है. आज, 30 अगस्त को गुजरात के कच्छ, मोरबी, जामनगर और द्वारका में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं जूनागढ़, राजकोट और पोरबंदर में भी आज बारिश का येलो अलर्ट जारी रहेगा, जबकि बाकी सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
भारी बारिश के अलर्ट के चलते बंद हुए स्कूल
मौसम विभाग द्वारा गुजरात में आने वाली 2 सितंबर तक के भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं कच्छ मोरबी, जामनगर और द्वारका में ऑरेंज अलर्ट जारी रहेगा. भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रदेश के प्राइमरी – सेकंडरी और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है. प्रदेश में भारी बारिश की चपेट में आने से कुल 6414 मकान धराशाई हुए हैं, जिनमें कुल 380 कच्चे मकानों को पूर्ण नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा 289 पक्के मकानों को आंशिक नुकसान एवं 18 मकानों को पूर्ण नुकसान पहुंचा है.
इन जिलों में बारिश से राहत नहीं
भारी बारिश ने गुजरात के सौराष्ट्र के शहर वड़ोदरा, जामनगर, द्वारका और कच्छ में सबसे ज्यादा तबाही मचा रखी है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले सात दिनों तक बारिश से राहत मिलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं वडोदरा के कुछ क्षेत्रों में पानी की मात्रा दस से 12 फीट हो गयी है, जगह-जगह पानी जमा है और लोग रेस्क्यू टीम का इंतजार कर रहे हैं.
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हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू
जामनगर में लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर से राहत बचाव कार्य चलाया जा रहा है. हेलिकॉप्टर ने सैलाब में फंसे एक युवा को रस्सी से ऊपर उठाया गया. वह दो दिन तक वह सैलाब में घिरी इमारत की छत पर फंसा रह गया था.
सीएम भूपेद्र पटेल ने की समीक्षा
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने कच्छ जिले में भारी बारिश और तूफान के पूर्वानुमान के बाद वडोदरा से गांधीनगर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर पहुंचे. वे एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला कलेक्टर से इस प्राकृतिक आपदा की तैयारियों की चर्चा की. सीएम पटेल ने इस आपदा से बचाने के लिए जहां भी आवश्यक हो, लोगों को तत्काल निकालने के निर्देश दिए हैं. इस बैठक में वरिष्ठ सचिव और मुख्य सचिव भी उपस्थित थे.