राष्ट्रपति से संसद का उद्घाटन कराने की याचिका खारिज, SC ने कहा- क्यों न आपकी याचिका पर जुर्माना लगा दें

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लखनऊ : नये संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री से कराए जाने का विरोध करते हुए 21 विपक्षी दलों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इस याचिका में नये संसद भवन का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से करवाने की मांग गई थी। कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई है। कोर्ट ने ऐसी याचिका दोबारा नही लगाने की हिदायत देते हुए कहा कि क्यों न इस याचिका के लिए जुर्माना लगा दिया जाए।

याचिका में राष्ट्रपति से उद्घाटन कराने की मांग

दरअसल, गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी। इसमें लोकसभा सचिवालय से नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कराने के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। याचिका में राष्ट्रपति को देश की प्रथम नागरिक और लोकतांत्रिक संस्था की प्रमुख बताया गया है। याचिका में कहा गया था कि प्रतिवादी-लोकसभा सचिवालय और भारत संघ राष्ट्रपति को उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं कर राष्ट्रपति को अपमानित कर रहे हैं।

याचिका में राष्ट्रपति की शक्तियों का वर्णन

याचिका में आगे कहा गया कि सरकार ने भारतीय संविधान का उल्लंघन किया है और संविधान का सम्मान नहीं किया जा रहा है। संसद भारत की सर्वोच्च विधायी संस्था है। भारत में राष्ट्रपति दोनों सदनों, राज्यसभा और लोकसभा को बुलाने और टालने या लोकसभा को भंग करने की शक्ति रखते हैं, इसलिए ये कार्य भी उन्हें ही करना चाहिए।

SC ने कहा- हमे पता है याचिका क्यों डाली है

फिलहाल इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। याचिका खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता वकील से कहा कि क्यों न हम आपकी याचिका पर जुमार्ना न लगा दे। यह कहीं से कोर्ट का विषय नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस याचिका पर सुनवाई का कोई आधार ही नहीं है। याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि हमें पता है कि ये याचिका किस कारण डाली गई है। कोर्ट ने इसी के साथ याचिकाकर्ता से पूछा कि आखिर इससे किसका हित होने वाला है। कोर्ट ने कहा कि ऐसी याचिकाओं की सुनवाई करना हमारा काम नहीं है।

21 विपक्षी दलों ने किया समारोह का बहिष्कार

बता दें कि 28 मई को नये संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस समारोह में राष्ट्रपति को नही बुलाने को लेकर विवाद हो रहा है। कांग्रेस के नेतृत्व में  पहले 19  दल और अब 21 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से उद्घाटन न कराए जाने से समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। कांग्रेस, टीएमसी और आप समेत कुल 21 विपक्षी दलों ने नए संसद भवन के उद्घाटन के बहिष्कार की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के बिना भवन का उद्घाटन करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय “राष्ट्रपति का अपमान करना है और संविधान का उल्लंघन भी है।

 

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