उजागर पत्थरों की घाटी ग्रैण्ड कैनियन- हेमंत शर्मा की नजर से
वरिष्ठ पत्रकार टीवी9 भारतवर्ष के डायरेक्टर और साहित्यकार हेमंत शर्मा इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं. यात्रा के दौरान वह जहां भी जा रहे हैं, अपने अनुभव और जानकारी को शब्दबद्ध कर रहे हैं. हम आपको भी उनके साथ अमेरिका की यात्रा पर लिये चलते हैं. कम समय में किये गये उनकी शब्द रचना के साथ…
पत्थरों में है कई सभ्यताओं का इतिहास…
आज दुनिया में सबसे पुराने उजागर पत्थरों की घाटी ग्रैण्ड कैनियन देखने गया. लास वेगास से हेलिकॉप्टर में यहॉं जाने में 40 मिनट लगे. चार लोग एक हेलिकॉप्टर में गए. गजब की अनुभूति थी. यह घाटी दुनिया के अचरजों में है. इस बेहद खूबसूरत घाटी की लंबाई 446 किलोमीटर है और करीब छह हजार फीट गहरी है. दुनिया के एक विशाल प्राकृतिक अजूबों में से एक ग्रैंड कैनियन अमेरिका के सबसे बड़े टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. घाटी के कोई साठ लाख साल पुराने पत्थर अपने भीतर कई सभ्यताओं का इतिहास समेटे हैं. इस घाटी का सुपाई नाम का एक गांव है, जो जमीन की सतह से करीब 3 हजार फुट नीचे है. बड़ा आनंद आया पत्थरों पर दर्ज इस इतिहास को देख कर.
साठ लाख वर्ष पूर्व से है अस्तित्व…
संयुक्त राज्य अमेरिका के एरिजोना राज्य से होकर बहने वाली कोलोरेडो नदी की धारा से बनी तंग घाटी को ग्रैंड कैन्यन कहते है. यह घाटी अधिकांशतः ग्रैंड कैनियन नेशनल पार्क से घिरी है, जो अमेरिका के सबसे पुराने और पहले राष्ट्रीय उद्यानों में एक है. भू-वैज्ञानिको के अनुसार कोलोरेडो नदी के बहाव से ग्रैंड कैनियन घाटी कोई साठ लाख वर्ष पूर्व अस्तित्व में आई थी.
साल 1779 में अमेरिकी राज्य के में अस्तित्व में आने से पहले ग्रैण्ड कैन्यन घाटी में अमेरिकी इंडियंस रहते थे. इस घाटी की गुफाएं उनका घर थीं और वहां पर उनके कई धार्मिक पवित्र स्थान भी थे. इस जगह पर पहुंचने वाले पहले यूरोपीय यात्री स्पेन के गार्सिया लोपेज दि गार्सेनाज थे जो यहां 1540 में यहॉं पहुंचे थे.
नई खोज और अध्ययन से पता चलता है कि कोलोरेडो बेसिन एक करोड़ सत्तर लाख वर्ष पूर्व अस्तित्व में आया था. साल 2008 एक खोज से पता चलता है कि घाटी से मिले कैल्साइट की यूरेनियम जांच के बाद यह साबित हुआ. ग्रैंड कैनियन में कोलोराडो नदी गहरे खड्ड बनाती है, इसके पहाड़ करीब 60 लाख साल पुराने हैं.
सात आश्चर्यों में से एक है ग्रैंड कैनियन…
ग्रैंड कैनियन दुनिया के 7 प्राकृतिक आश्चर्यों और यूनेस्को की विश्व विरासत में भी शामिल हैं. इस कैनियन की दीवारों में लाखों वर्ष प्राचीन चट्टानों की पर्तें मिलती हैं. यह शिल्पकारी प्रकृति की अनुपम देन है. मानते हैं कि ग्रैंड कैन्यन में पृथ्वी पर सबसे पुरानी उजागर चट्टान है. लगभग 20 करोड़ वर्ष पूर्व कोलोराडो नदी और उसकी सहायक नदियों ने इस क्षेत्र को परत दर पर्त काटा था और कोलोराडो पठार ऊपर उठता गया था. इससे पृथ्वी का भूगर्भीय इतिहास उजागर हुआ. दुनिया में अगर किन्हीं पहाड़ों की सबसे ज्यादा फोटो खींची गई हैं तो वह ग्रैंड कैनयन की पहाड़ियां ही हैं. कोलोराडो नदी इसके बीच से गहरी खाई बनाते हुए गुजरती है.
अमेरिकी सरकार ने साल 1893 में इसको संरक्षित करने का जिम्मा लिया था. अमेरिकी संसद ने ग्रैंड कैनयन को नेशनल पार्क घोषित करने का प्रतिरोध किया तो तत्कालीन राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने 1908 में इसे राष्ट्रीय स्मारक घोषित कर दिया.
आंकड़ों के मुताबिक 5.9 मिलियन लोग हर साल ग्रैंड कैनियन की यात्रा करते हैं, जिससे यह उत्तरी कैरोलिना और टेनेसी के ग्रेट स्मोकी पर्वत के ठीक बाद दूसरा सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यान है। जाने वालों की भीड़ बहुत है. हेलिकॉप्टर का जुगाड़ बड़ी मुश्किल से बना। मैं और वीणा ही जा पाए.
Also Read: हेमंत शर्मा की अमेरिका यात्रा: मार्केटिंग का मायालोक, नियाग्रा फॉल