शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की बहन ने मुआवजा लेने से किया इनकार
बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजनों ने मुआवजा (compensation) लेने से इंकार कर दिया है। मृतक सुबोध सिंह की बहन ने कहा कि उनका भाई अखलाख केस का जांच अधिकारी था इसलिए उसे मारा गया है।
मृतक इंस्पेक्टर सुबोध की बहन ने कहा कि ये सब पुलिस की साजिश है। सुबोध की बहन ने मांग की है कि उन्हें शहीद कहा जाएं और उनके नाम से गांव में एक स्मारक बनाया जाए। हमें मुआवजा या पैसा नहीं चाहिए।
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आपको बता दें कि इस पूरे मामले में बयानबाजी का सिलसिला शुरु हो गया है। शिवपाल यादव ने ट्वीट में लिखा है कि गो-अवशेष मिलने की अफवाह के बाद बुलंदशहर में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसक झड़प में कोतवाल सुबोध कुमार की मृत्यु की सूचना बेहद दुखद है। आज प्रदेश में एक ओर सड़कों पर गोवंश मर रहा है, दूसरी ओर गोवंश के नाम पर आपसी ताने-बाने को बिगाड़ने की कोशिश भी हो रही है।
मवेशियों के मांस के टुकड़े कैसे आए और कौन लाया
तो दूसरी तरफ आजम खां ने कहा है कि अगर ये सच में गोकशी का ही मामला है तो इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। आखिर वहां मवेशियों के मांस के टुकड़े कैसे आए और कौन लाया, जबकि उस इलाके में अल्पसंख्यकों की आबादी नहीं है।
अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट करके योगी सरकार पर हमला बोला था। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके बुलंदशहर में पुलिस और गांववालों के बीच भयंकर संघर्ष में स्याना कोतवाल सुबोध सिंह की मौत पर दुख जताते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश भाजपा के शासनकाल में हिंसा और अराजकता के दुर्भाग्यपूर्ण दौर से गुज़र रहा है।
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