31 मार्च तक सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ‘आई बैंक’ : सुशील मोदी
बिहार सरकार ने अगले साल 31 मार्च तक राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों तथा इस साल 31 दिसंबर तक पटना के राजेंद्र नगर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आई (नेत्र) बैंक की स्थापना करने का निर्णय लिया है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की उपस्थिति में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और दधीचि देहदान समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को हुई बैठक में राज्य स्तर पर अंगदान के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया।
read more : गडकरी से बुंदेलखंड के लिए ‘विशेष पैकेज’ की मांग
इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आऱ क़े महाजन भी मौजूद थे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में अंगदान से जुड़े मुद्दे पर सरकार को सलाह देने के लिए सलाहकार समिति गठित करने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ब्रेन डेड घोषित करने के लिए मेडिकल एक्सपर्ट की एक कमिटी बनाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में कहा गया कि परिजनों की सहमति से ब्रेन डेड घोषित मरीजों के अन्य अंगों को निकाल कर जरूरतमंदों को प्रत्यारोपित किया जा सकेगा।
नेत्र दान के लिए जागरूक करने के सरकार जागरूकता अभियान चलाएगी
बैठक में मोदी ने कहा, “सरकार सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एक उत्प्रेरक (मोटिवेटर) की नियुक्ति करेगी, जो मरीजों के परिजनों को अंगदान के लिए प्रेरित करेगा। लोगों को अंगदान और नेत्र दान के लिए जागरूक करने के सरकार जागरूकता अभियान चलाएगी।
प्रदीप चौरसिया सहित कई लोग उपस्थित थे
इस बैठक में दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष और पूर्व विधान पार्षद गंगा प्रसाद, सचिव विमल कुमार जैन, डॉ. सुभाष प्रसाद, डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा, डॉ़ राजीव कुमार सिंह, डॉ. एम. रहमान, विनीता मिश्रा, अनामिका सिंह, अमृता भूषण, मुकेश हिसारिया, मनोज संढवार, राजेश वर्मा, रोटेरियन विवेक कुमार और प्रदीप चौरसिया सहित कई लोग उपस्थित थे।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)