वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि टैरिफ और इमिग्रेशन को वह हथियार के रूप में देखते हैं. उन्होंने एल्युमिनियम पर टैरिफ की घोषणा करते हुए कहा कि यदि अन्य देश अमेरिकी वस्तुओं पर 130 प्रतिशत तक शुल्क लगा रहे हैं और अमेरिका कोई शुल्क नहीं लगा रहा, तो यह स्वीकार्य नहीं होगा.
ट्रंप ने कहा कि आयात शुल्क को वह व्यापार वार्ता में रियायत देने के साथ-साथ सरकार के बजट घाटे को कम करने के लिए राजस्व स्रोत के रूप में भी देखते हैं. उनके आर्थिक सलाहकार केविन ने कहा कि भारत सहित कई देशों में शुल्क दरें अधिक हैं, जिससे अमेरिकी उत्पादों का आयात प्रभावित होता है.
अमेरिका को सबसे अधिक स्टील निर्यात करने वाले देशों में कनाडा, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया और जर्मनी शामिल हैं. ट्रंप ने संकेत दिया कि यदि इन देशों ने अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाया है, तो अमेरिका भी उनके उत्पादों पर शुल्क लगाएगा. ट्रंप के टैरिफ और इमिग्रेशन जैसे फैसलों से पूरी दुनिया में हलचल मच गई है.
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चीन ने लगाए जवाबी शुल्क
अमेरिका द्वारा 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने के बाद चीन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लागू कर दिया है. ये शुल्क सोमवार से प्रभावी हो गए हैं.
भारतीय स्टील इंडस्ट्री ज्यादा प्रभावित नहीं होगी
भारत के स्टील सचिव संदीप पौहिक ने कहा कि अमेरिकी आयात शुल्क का भारतीय स्टील उद्योग पर बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने बताया कि भारत का घरेलू बाजार मजबूत है और अमेरिका को अपेक्षाकृत कम मात्रा में निर्यात किया जाता है.
उन्होंने बताया कि भारत हर साल 14.5 करोड़ टन स्टील का उत्पादन करता है और इसमें से केवल 95 हजार टन अमेरिका को निर्यात किया जाता है हालांकि, 2018 में जब अमेरिका ने स्टील और एल्युमिनियम पर शुल्क लगाया था, तब भारत ने भी 29 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिए थे.
‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ नामकरण पर ट्रंप की घोषणा
अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘गल्फ ऑफ मैक्सिको’ का नाम बदलकर ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ करने का प्रस्ताव रखा है. लुइसियाना के न्यू ऑरलियन्स में एक कार्यक्रम के दौरान इस संबंध में घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.
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गाजा पट्टी पर कब्जे का संकल्प दोहराया
ट्रंप ने गाजा पट्टी पर कब्जा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. उन्होंने कहा, “मैं गाजा को खरीदने और उस पर स्वामित्व स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.इसके पुनर्निर्माण के लिए हम मध्य पूर्व के अन्य देशों को इसमें शामिल कर सकते हैं, लेकिन गाजा पर हमारा नियंत्रण रहेगा ताकि हमास की वापसी न हो.”
ट्रंप ने कहा कि कई अरब राष्ट्र फलस्तीनियों को अपने यहां बसाने पर सहमत हो सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि यदि फलस्तीनियों को विकल्प मिले, तो वे गाजा वापस नहीं लौटेंगे.