Stress Affect: तनाव आपकी सेहत पर डालता है बुरा असर, जानें कंट्रोल करने के टिप्स
Stress Affect: आज के समय में हर दूसरा व्यक्ति तनाव से ग्रसित है, इस तनाव को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है. क्योकि, अगर इसे मैनेज न किया जाए तो ये हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है. लेकिन फिर भी इससे सतर्क रहा जा सकता है. आपको मालूम है बहुत ज्यादा तनाव हमें बीमार बना सकता है. एक शोध में सिद्ध होता है कि, तनाव भी कुछ बीमारियां पैदा कर सकता है. कुछ बीमारियों के लक्षण तनाव से बढ़ सकते हैं. लंबे समय तक तनाव में रहने पर शारीरिक लक्षण हो सकते हैं, जैसे सिरदर्द, पेट खराब होना, उच्च रक्तचाप और सीने में दर्द, तनाव के कारण नींद और सेक्स में भी समस्याएं हो सकती हैं.
शरीर को कैसे प्रभावित करता है तनाव
जब तनाव होता है तो, शरीर में केमिकल रिएक्शन होता है. यह तनाव से उत्पन्न होने वाले शारीरिक बदलाव को रोकने का प्रयास करता है. फ्लाइट तनाव प्रतिक्रिया भी कहलाती है. स्ट्रेस रिएक्शन में व्यक्ति की हृदय गति बढ़ जाती है, सांस तेज हो जाती है. मांसपेशियां कमजोर होती हैं. अगर हार्ट बीट लगातार बढ़ता रहता है तो यह शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है क्योंकि स्ट्रेस हार्मोन और ब्लड प्रेशर उच्च रहते हैं. लंबी अवधि के तनाव से हाई ब्लडप्रेशर, दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है.
ऐसे में लगातार तनाव में रहने की वजह से एंग्जायटी, चिड़चिड़ापन, सेक्सुअल डीजायर में बढ़ोत्तरी, मेमोरी लॉस, गुस्सा करना आदि जैसे लक्षण भी दिखने लगते है. इसके कारण मूड में बदलाव भी होने लगता है और बहुत अधिक तनाव में रहने पर उदासी और शारीरिक दर्द के साथ – साथ मानसिक या भावनात्मक आंसू भी आने लगते है. तनाव एंडोक्रोइन ग्लैंड को आई रीजन में हार्मोन जारी करने के लिए प्रेरित करता है, जिससे आंसू बनते हैं.
तनाव मैनेज करने के चार तरीके
सूर्य की रोशनी लें
मौसम सर्दियों का है, इसलिए सूर्य की रोशनी में बैठना तनाव से दूर भगाने के साथ – साथ शरीर के लिए भी बढिया है, विटामिन डी की कमी से बी स्ट्रेस और एंजायटी के लक्षण दिखाई दे सकते है. अगर आप भी तनाव में है तो , सुबह कुछ देर धूप में बैठने की कोशिश करें. धूप आपको रिफ्रेश कर देगी.
नियमित एक्सरसाइज करें
मेंटल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, गुस्से या तनाव में रहने पर बैठने की जगह 20 कदम चलना भी तनाव को दूर कर सकता है, वॉकिंग तनाव को बाहर निकालता है. एंडोर्फिन हार्मोन का उत्पादन तनाव को कम करता है.
एप्सम साल्ट स्नान
मैग्नीशियम सल्फेट या एप्सम साल्ट का सेवन तनाव से राहत दे सकता है, गनगुने पानी से नहाना भी तनाव कम करता है. तनावग्रस्त होने पर एप्सम सॉल्ट हॉट बाथ ले सकते हैं.
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ओमेगा-3 फैटी एसिड जोड़ें
पॉली अनसेचुरेटेड फैट ओमेगा -3 फैटी एसिड हैं, ये पुनर्निर्माण करते हैं. इसके लिए सैल्मन, टूना और अन्य सी फूड का उपयोग किया जा सकता है. प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों में मूंगफली, अलसी और चिया सीड्स ओमेगा-3 फैटी एसिड के सर्वोत्तम स्रोत हैं.