व्यावसायिक पहलू को अलग रखने का मौका देते हैं फिल्मोत्सव : सिद्धार्थ

0

फिल्म निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर का कहना है कि फिल्म महोत्सव एक ऐसा मंच तैयार करते हैं जहां निर्माता फिल्म के व्यावसायिक पहलू को अलग रखकर कला का जश्न मना सकते हैं। सिद्धार्थ स्टार के साथ जियो मामी 19वें मुंबई फिल्म महोत्सव के ट्रस्टियों में शामिल हैं।

read more :  कांग्रेस नहीं बनाएगी किसी को सीएम पद का दावेदार…

क्षेत्रीय सिनेमा की भी फिल्में देखने को मिलेंगी

सिद्धार्थ गुरुवार को महोत्सव के वार्षिक प्रेस सम्मेलन में मौजूद रहे। इस दौरान सिर्धाथ ने कहा कि उनका मानना है कि इस साल फिल्म प्रेमियों को न केवल विश्व सिनेमा बल्कि क्षेत्रीय सिनेमा की भी फिल्में देखने को मिलेंगी।

क्या यह व्यापक दर्शकों तक पहुंच पाएगी

यह पूछे जाने पर कि क्या फिल्म महोत्सव फिल्म निमार्ताओं को बॉक्स ऑफिस के दबाव के बिना व्यापक दर्शकों के साथ फिल्में साझा करने का मौका देता है, तो उन्होंने कहा, “हां, मुझे लगता है कि निर्माता के रूप में हमें विभिन्न पहलुओं का ध्यान रखना होता है जैसे फिल्म की बिक्री योग्यता क्या है, क्या यह व्यापक दर्शकों तक पहुंच पाएगी।”

read more :  योगी जी, बबूल के पेड़ से आम नहीं मिल सकता : अखिलेश

हम फिल्म बनाने फिल्म देखने की प्रक्रिया का आनंद लेते हैं

उन्होंने कहा, “लेकिन यहां (फिल्म महोत्सव) में हम फिल्मों के व्यवसायिक पहलु को अलग रख सकते हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से महोत्सव को व्यवसायिक दृष्टिकोण से अलग रखकर देखता हूं। इसलिए यह कला के खातिर कला एक उत्सव है .. हम फिल्म बनाने फिल्म देखने की प्रक्रिया का आनंद लेते हैं।”

read more : जन्मदिन विशेष : इन्हें कहा जाता है आधुनिक भारत का ‘विश्वकर्मा’

खासकर उन फिल्मों को जिन्हें हम ऑनलाइन भी नहीं देख सकते हैं

क्या फिल्म देखना फिल्म निर्माण की तरह ही एक कला है, इस पर उन्होंने कहा, “मामी जैसी महोत्सव दर्शकों को बहुत सारी फिल्मों को देखने को मौका देते हैं। खासकर उन फिल्मों को जिन्हें हम ऑनलाइन भी नहीं देख सकते हैं।”

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. AcceptRead More