बीएचयू गेट से मार्च निकाल रहे छात्र-छात्राओं से सुरक्षाकर्मियों ने पुतला छीना
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पिछले दिनों छात्रा से छेड़खानी, अश्लील हरकत और उसके दोस्त की पिटाई के आरोपितों की गिरफ्तारी, परिसर के बंटवारे के खिलाफ रविवार को आईसा समेत विभिन्न छात्र संगठनों ने मार्च निकाला। बीएचयू सिंहद्वार पर कुलपति का पुतला फूंकने के दौरान सुरक्षाकर्मियों से उनकी झड़प हो गई। सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को पुतला फूंकने नही दिया और आधा दर्जन छात्रों को कार्यालय में बैठा लिया। हालांकि इस दौरान आईसा के छात्रों पर माहौल का खराब करने का आरोप लगाते हुए एबीवीपी के छात्रों ने प्राक्टोरियल बोर्ड कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। दोनों छात्र गुटों में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के दौरान मारपीट हुई। इस घटना के साथ ही यौन हिंसा के खिलाफ आंदोलन में उतरे छात्र दो गुटों में बंटे दिखाई दे रहे हैं।
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गौरतलब है कि छात्रों की ओर से रविवार को बीएचयू यौन हिंसा और विश्वविद्यालय के असंवेदनशील रवैये के खिलाफ बीएचयू गेट से रविदास गेट तक मार्च निकालने व पुतला दहन के कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। प्रदर्शनकारी तय समय दोपहर 12 बजे पहुंचे। मार्च निकालने के पहले बीएचयू गेट के पास छात्र-छात्राओं ने कुलपति का पुतला फूंकने का प्रयास किया। तभी महिला व पुरूष सुरक्षाकर्मी पुतला छीनने लगे। खींचतान के बीच सुरक्षाकर्मियों ने पुतला छीन लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंच गये थे। सुरक्षाकर्मियों ने पुतला फूंकने का प्रयास कर रहे आधा दर्जन छात्रों को कार्यालय में बैठा लिया। इस दौरान एबीवीपी के छात्र भी पहुंच गये। उन्होंने आईसा से जुड़े छात्रों पर परिसर का माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगे। इस बीच दोनों पक्षों में हाथापाई, झड़प होने लगी। मारपीट देख पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों ने दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा घेरा बना लिया। एबीवीपी के छात्र आईसा पर देश विरोधी होने का भी आरोप लगा रहे थे। उनका कहना था कि इस आंदोलन में बाहरी लोग घुस आये हैं। इनके कारण परिसर का माहौल खराब हो सकता है। वह बाहरियों को परिसर के बाहर करने की मांग कर रहे थे।