Sabrina Siddiqui: पीएम मोदी से पूछा सवाल तो अमेरिकी महिला पत्रकार को मिली प्रताड़ना, अमेरिका ने की निंदा
पिछले दिनों जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर न्यूयॉर्क गए थे। तब वहां पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की थी। इसमें अमेरिकी पत्रकारों ने पीएम मोदी से कई सवाल पूछे थे। इस दौरान अमेरिकी महिला पत्रकार सबरीना सिद्दीकी ने भी पीएम मोदी से एक सवाल पूछा था। जिसके बाद से ही महिला पत्रकार सबरीना लगातार भारत में ट्रोल हो रही हैं। दरअसल, इस महिला जर्नलिस्ट सबरीना ने पीएम मोदी से भारत में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव करने को लेकर सवाल पूछा था। इस सवाल के बाद महिला पत्रकार को भारतीय लोगों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसपर अब अमेरिकी ने भी चुप्पी तोड़ते हुए घटना की निंदा की है।
अमेरिकी पत्रकार हैं सबरीना सिद्दीकी
बता दें, अमेरिका की महिला जर्नलिस्ट सबरीना सिद्दीकी वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार में काम करती हैं। महिला जर्नलिस्ट सबरीना सिद्दीकी ने ह्वाइट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिका दौरे पर गए पीएम मोदी से तीखे सवाल पूछे थे। सबरीना ने पीएम मोदी से भारत में बोलने की आजादी और धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में सवाल पूछा था। पीएम मोदी से सवाल पूछने के लिए सबरीना को ऑनलाइन प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे में व्हाइट हाउस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
अखबार ने व्हाइट हाउस को दी थी जानकारी
दरअसल, वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार ने व्हाइट हाउस को इस घटना की जानकारी दी थी। जिसमें अखबार ने बताया था, ‘हमारी पत्रकार ने जब से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है, तब से भारत के लोग उनका ऑनलाइन उत्पीड़न कर रहे हैं।’ इसपर व्हाइट हाउस ने उनके उत्पीड़न की कड़ी निंदा की है और इसे “अस्वीकार्य” करार दिया है और “लोकतंत्र के विपरीत” बताया है।
एशियाई मूल की अमेरिकी पत्रकार सबरीना सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि उनकी सरकार भारत में “मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों में सुधार” और “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने” के लिए क्या कदम उठा रही है। सिद्दीकी को ट्रोल किया गया, कई लोगों ने उनके सवाल के पीछे एक गुप्त उद्देश्य और उनकी मुस्लिम पहचान पर हमला करने का आरोप लगाया।
सबरीना सिद्दीकी ने लिखा था – नफरत अभियान
गौरतलब है कि सबरीना सिद्दीकी ने पिछले हफ्ते एक ट्वीट में नफरत अभियान का जिक्र किया था। इसपर व्हाइट हाउस रिपोर्टर सबरीना को कई पत्रकारों और अधिकार समूहों ने समर्थन दिया था। रणनीतिक संचार के लिए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रमुख जॉन किर्बी ने कहा, “यह अस्वीकार्य है, और हम किसी भी परिस्थिति में कहीं भी पत्रकारों के उत्पीड़न की निंदा करते हैं।” उन्होंने कहा कि यह “लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत” था जो पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान प्रदर्शित किया गया था।
पत्रकार सबरीना सिद्दीकी के सवाल के जवाब में, मोदी ने कहा था कि “लोकतंत्र हमारे डीएनए में है, लोकतंत्र हमारी आत्मा है” और यह “हमारी रगों में बहता है”। उन्होंने कहा था कि “भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है; जाति, पंथ, उम्र या किसी भी प्रकार की भौगोलिक स्थिति के आधार पर नहीं।”
अमेरिका ने की पत्रकार के उत्पीड़न की निंदा
वहीं, अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारतीय लोगों द्वारा अमेरिकी महिला पत्रकार पर अभद्र टिप्पणी कर प्रताड़ित करने की निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया से कहा था कि पीएम मोदी के साथ उनकी बातचीत में मानवाधिकार का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन लोकतंत्र दोनों देशों के “डीएनए” का हिस्सा है। अमेरिकी महिला पत्रकार के उत्पीड़न की घटना को लेकर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि कथित उत्पीड़न पूरी तरह से अस्वीकार्य है। यह लोकतंत्र के सिद्धांतों के विपरीत है। हम पत्रकार के उत्पीड़न की घटना की निंदा करते हैं।
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