आरएएफ स्थापना दिवस : गृहमंत्री ने जवानों को दिया वीरता पदक

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लखनऊ में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को रैपिड एक्शन फोर्स के 26वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। 91 बटालियन आरएएफ में चल रहे इस कार्यक्रम में गृहमंत्री ने परेड का निरीक्षण ( inspected) किया। इस दौरान गृह मंत्री ने जवानों को वीरता पदक, सराहनीय सेवा पदक दिए। वहीं कार्यक्रम में लखनऊ की रहने वाली वीर बालिका अंशिका पांडे को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गृह मंत्री ने आरएएफ की कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।

बटालियन हेडक्वार्टर पर मकान भी बनाए जा रहे हैं

अपने संबोधन में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने शहीदों के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देनी शुरू की। इससे पहले शहीदों के परिजनों को 45 लाख रुपए मुआजवा दिया जाता था। हालांकि उनका ये मानना है कि किसी भी राशि से परिजनों को हुई क्षति की भरपाई नहीं की जा सकती है। बटालियन हेडक्वार्टर पर मकान भी बनाए जा रहे हैं। शहीदों की बहन-बेटियों की शादी में आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि रैपिड एक्शन फोर्स ने शानदार परेड का प्रदर्शन किया। सीआरपीएफ के जवान अपने रक्त से अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हैं। आरएएफ मिनिमम फोर्स से मैक्सिमम रिजल्ट देने वाली फोर्स है।

सीआरपीएफ को याद किया जाएगा..

गृहमंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान के 126 जिलों में नक्सलवाद था, अब सिमटकर 10-12 जिलों में रह गया है. 2-4 साल में नक्सलवाद का देश से सफाया हो जाएगा। कश्मीर में आरएएफ, सीआरपीएफ के धैर्य की तारीफ होती है। कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा। कोई हथियार उठाएगा तो उसे न्यूट्रालाइज करने के लिए सीआरपीएफ को याद किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि चेतन चीता 9 गोलियों खाने के बाद लड़ते रहे। कई राज्य सीआरपीएफ मांगते है।

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गृह मंत्री ने कहा कि राज्यों की पुलिस के समन्वय के साथ काम किया। बड़ी संख्या में नक्सलियों के ठिकानों को नष्ट किया। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के कब्ज़े में रहे आदिवासी क्षेत्रों में विकास हो रहा है। सीआरपीएफ ने 2018 में अब तक 121 नक्सली मारे। रैपिड एक्शन का मतलब रिफ्लेक्स एक्शन नहीं है। दंगे में कब, कितना बल प्रयोग हो आप जानते हैं।

इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं देश की फोर्स सिविलाइज्ड हो, किसी भी राज्य की फोर्स को ब्रूटल नहीं होना चाहिए। गृह मंत्री के इस बयान को लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्याकांड से जोड़कर देखा रहा है, जिसमें दो पुलिसकर्मी हत्या के जुर्म में जेल में बंद हैं। गृहमंत्री ने कहा कि देश में आरएएफ की मांग बढ़ती जा रही है। 5 नए आरएएफ बटालियन ने इस साल काम करना शुरू किया है। मेरठ में रेपो का अप्रूवल दिया गया है। आरएएफ की तैनाती भीड़, दंगे को नियंत्रित करने में होती है। केरल बाढ़, असम एनआरसी आंदोलन में सीआरपीएफ की मांग होती है। यूएन मिशन में शांति स्थापित करने में सीआरपीएफ का योगदान रहा है।

आरएएफ प्रभावित देशों में सराहनीय काम करती है

इस दौरान डीजी सीआरपीएफ ने कहा कि जम्मू कश्मीर, नार्थ ईस्ट के इंसर्जेंसी के इलाकों, 11 माओवाद प्रभावित राज्यों में आरएएफ तैनात है। केरल बाढ़ में आरएएफ ने सराहनीय कार्य किया। मुंबई ताज होटल हमले में आरएएफ ने आतंकियों की घेराबंदी की थी। संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी आरएएफ प्रभावित देशों में सराहनीय काम करती है। मेरठ में आरएएफ एकेडमी फॉर पब्लिक आर्डर की स्थापना की सहमति गृहमंत्री ने दे दी है। साभार

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