कुवैत अग्निकांड में मरने वाले में वाराणसी के प्रवीण यादव भी शामिल, घर में पसरा मातम….

0

खाडी देश कुवैत के मंगफ शहर स्थित बिल्डिंग में लगी भयानक आग में जल कर मरने वाले 42 भारतीयों में वाराणसी के 36 वर्षीय इंजीनियर प्रवीण माधव सिंह भी शामिल रहे. आडिशा के राउरकेला से बीटेक के बाद वह कुवैत की आयल और फैब्रिक का काम करने वाली एनबीटीसी कंपनी में कोआर्डिनेटर थे. बुधवार सुबह रिहायशी बिल्डिंग में आग लगने के बाद एनबीटीसी कंपनी ने स्वजन को हादसे के बारे में सूचना दी थी.

गुरुवार देर शाम दूतावास ने इसकी पुष्टि की तो परिवार में मातम पसर गया. गाजीपुर जिले के गहमर स्थित सेवराई तहसील के करहिया गांव के मूल निवासी प्रवीण माधव सिंह का परिवार कुछ साल पूर्व वाराणसी के शिवपुर स्थित गायत्री धाम कालोनी में मकान बनाकर रहने लगा था. हालांकि, इसकी जानकारी मिलने के साथ ही यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुवैत स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क साधा है और लगातार इसकी स्थित पर नजर बनाए हुए हैं.

10 सालों से कुवैत में कर रहे थे काम

वही इस पूरे मामले में जब प्रवीण के भाई विकास माधव सिंह से जर्नलिस्ट कैफे के संवाददाता ने बात की तो उन्होने बताया कि, ”प्रवीण बीते 10 सालों से कुवैत की ऑयल और फैब्रिक का काम करने वाली एनबीटीसी कंपनी में कोऑर्डिनेटर का काम कर रहे थे. अग्नि हादसे के दूसरे दिन यानी गुरूवार की सुबह 8 से 10 के बीच उन्हे प्रवीण की मौत की सूचना जिलाधिकारी द्वारा प्राप्त हुई, जिसके बाद से लगातार सभी अधिकारी प्रवीण के परिवार से संपर्क बनाए हुए है. उन्होने बताया कि, भारतीय दूतावास की तरफ से भी उनसे संपर्क किया गया है.

परिवार में पिता जयप्रकाश सिंह, मां मंजू देवी, छोटा भाई अमन अनुराग, प्रवीण की पत्नी रूपा सिंह और उनके दो मासूम आठ वर्ष की मनीषा और 10 माह की जान्हवी हैं. प्रवीण तो दस साल की नौकरी में घर कई बार आए और गए. दो माह पूर्व 15 दिनों के लिए आए तो लौटने का समय कब आ गया पता ही नहीं चला, लेकिन जब जाने को हुए तो पिता से बोले न जाने क्यों अबकी कुवैत लौटने का मन नहीं हो रहा. चूंकि उनकी कंपनी नौकरी के 10 वर्ष पूरे होने पर ही सभी तरह के फंड लौटाती है, इसलिए बोले कि दिसंबर 2024 तक ही रहूंगा. स्वजन से अगस्त में लौटने की बात कहकर गए तो आग लगने की घटना में उनकी जान चली गई. परिवार के लोग इन्हीं बातों को याद कर बिलख रहे थे.

आज दोपहर दिल्ली आएगा शव

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम सदर और थाना प्रभारी शिवपुर पीड़ित परिवार को सांत्वना देने गए थे. दिवंगत प्रवीण का शव शुक्रवार दोपहर में दिल्ली पहुंचेगा। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह परिवार को ढाढ़स बंधाने पहुंचे थे.

एक्शन में आयी योगी सरकार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की सूचना मिलते ही राज्य के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है, सरकार ने विदेश मंत्रालय और कुवैत में भारतीय दूतावास के अधिकारियों से निरंतर संपर्क साधा है. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि, उत्तर प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास करेगी कि पीड़ित परिवारों को सहायता दी जाएगी. घटना में घायल अन्य व्यक्ति फिलहाल खतरे से बाहर हैं. स्थिति का आकलन करने और प्रभावित भारतीय नागरिकों को सहायता देने के लिए विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंचे चुके हैं.

Also Read: जो अहंकारी बन गए भगवान राम ने उन्हें 241 पर रोक दिया – RSS नेता इंद्रेश कुमार

कामगारों की दम घुटने से हुई मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुवैत दक्षिणी अहमदी गवर्नरेट के मंगफ में सात मंजिला इमारत में 195 विदेशी कामगार रहते थे. बीते बुधवार तड़के चार बजे इस इमारत की रसोई में आग लग गई. अधिकांश कर्मचारी उस समय सो रहे थे. इसलिए, शुरू किसी को कुछ मालूम ही नहीं पड़ा. रात भर सो रहे कर्मचारियों को दम घुटने लगा और उनकी नींद टूटी जब आग पूरी तरह से भड़क गई और काला जहरीला धुआं पूरी इमारत में फैल चुका था. लेकिन देर होने के कारण लगभग 49 लोगों की मौत हो गई.

 

  • Beta

Beta feature

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More