योगी सरकार ने निर्देश जारी किया है किअगले नवरात्रि से धार्मिक स्थलों पर गाय के दूध से बनी मिठाइयों का प्रसाद बेचा जाएगा। डेयरी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया कि ऐसा गाय के दुग्ध उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
बड़े धार्मिक स्थलों पर होगी इसकी शुरुआत
अभी बड़े धार्मिक स्थलों पर इसकी शुरुआत की जाएगी। माना जा रहा है कि इससे गाय के दूध के दाम बढ़ेंगे। चौधरी ने कहा, ”यूपी में गाय का दूध 22 रु. लीटर और भैंस का दूध 35 रुपए ली. मिलता है। राज्य सरकार गाय का दूध 40 से 42 रुपए लीटर तक बेचे जाने के लिए काम कर रही है।”
दुग्ध विकास विभाग गाय के दूध से बने उत्पाद बाजार में लाएगा
”इस नवरात्र से दुग्ध विकास विभाग गाय के दूध से बने उत्पाद बाजार में लाने की तैयारी कर रहा है। खासतौर से विंध्याचल, काशी, मथुरा, अयोध्या जैसे बड़े तीर्थ स्थलों पर गाय के दूध से बनी मिठाइयां उपलब्ध कराई जानी हैं।”
इससे गायों की भी सही देखभाल हो सकेगी
सरकार का मानना है कि ”इससे गायों की भी सही देखभाल हो सकेगी और कोई उन्हें आवारा नहीं छोड़ेगा। छत्तीसगढ़ में गाय का दूध 60 रु. लीटर तक बिकता है। मथुरा में इसकी कीमत 45 रु. लीटर है। गाय के दूध से बना घी 1100 रु. प्रति किलोग्राम है।”
उत्पाद बढ़ेंगे तो गाय के दूध की कीमत भी बढ़ेगी
”ये उत्पाद बढ़ेंगे तो गाय के दूध की कीमत भी बढ़ेगी। लोग गाय का संरक्षण भी करेंगे। विरोधी दल सोचते हैं कि हम हिंदुत्व के एजेंडे के तहत गाय की बात करते हैं। लेकिन सच ये है कि गाय का दूध प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। गाय का दूध किडनी, कैंसर जैसी बीमारियों में लाभकारी है और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से रोकता है।”
विंध्याचल, काशी, मथुरा, अयोध्या में होगी योजना की शुरुआत
चौधरी ने बताया कि इस नवरात्र से दुग्ध विकास विभाग गाय के दूध से बने उत्पाद बाजार में लाने की तैयारी कर रहा है। खासतौर से विंध्याचल, काशी, मथुरा, अयोध्या जैसे बड़े तीर्थ स्थलों पर गाय के दूध से बनी मिठाइयां उपलब्ध कराई जानी हैं।