वाराणसी पहुंचे प्रकाश झा ने कह दी बड़ी बात, जानें क्या
फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी में संस्कृति पर्यटन पर लघु फिल्मों के छठे अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन किया गया. आईएफएफसी के अध्यक्ष देवेन्द्र खंडेलवाल ने इस बारे में ब बताया कि, 44 देशों से आई 95 फिल्में दिखाई जाएंगी. फिल्म निर्देशक प्रकाश झा ने भी इसमे अपनी भागीदारी पेश की.
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वाराणसी कला और संस्कृति की नगरी के साथ ही पर्यटन का भी बड़ा केंद्र
निर्माता, निदेशक और अभिनेता प्रकाश झा ने कहा कि बदलते दौर में वेब सीरीज और शॉर्ट फिल्मों का चलन बढ़ा है. फिल्मों को लेकर लोगों की जो अपेक्षाएं हैं उन पर शोध होना चाहिए. प्रकाश ने बताया कि वे देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव द्वारा लिखी पुस्तक द हाफ लॉयन पर वेब सीरीज बना रहे हैं. कहा कि वाराणसी कला और संस्कृति की नगरी के साथ ही पर्यटन का भी बड़ा केंद्र है. इसलिए निर्माता फिल्मों की शूटिंग के लिए इस लोकेशन को प्राथमिकता देते हैं.
निर्माता निदेशक प्रकाश झा ने एक घंटे से अधिक चली बातचीत में सिनेमा के प्रति अपना विचार रखा. कहा कि आजकल लोग एक फिल्म बनाते हैं और न चलने पर घबरा जाते हैं. ऐसी गलती नहीं करनी है, बल्कि गलतियों से सीखना है. बताया कि उनकी बनाई फिल्म दामुल जो एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म थी, उसे अवार्ड मिला था. लोगों के एंटरटेनमेंट वैल्यू को ध्यान में रख कर फिल्म बनानी चाहिए. उन्होंने बताया कि डॉक्यूमेंट्री को लोग बोरिंग कहते हैं लेकिन ऐसी फिल्में बोरिंग नहीं होती अगर उन्हें अच्छे ढंग से फिल्माया जाए. प्रकाश झा ने इंडियन इन्फोटेन्मेट मीडिया कारपोरेशन (आईआईएमसी) की टीम को आयोजन के लिए प्रशंसा की. कहा कि ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए. फिल्म फेस्टिवल के आयोजन एक फिल्मकार और दर्शक को एक दूसरे से सीधे जुड़ने और अपनी बातें साझा करने का मंच प्रदान करते हैं.
6वीं लघु फिल्म अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव: फिल्मों के लिए सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध : नकवी
शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कमिश्नरी ऑडिटोरियम में छठें अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन में हिस्सा लेने पहुंचे. कहा कि, हिंदी फिल्मों के निर्देशकों की सोच और प्रस्तुत करने का तरीका इतना शानदार है कि उनके आगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तकनीकी भी फीकी पड़ जा रही है।.वाराणसी में ज्यादा फिल्में बननी चाहिए और इसके लिए यहां फिल्ममेकर्स को आवश्यतानुसार सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सके इसके लिए वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत करेंगे.
नकवी ने कहा कि बनारस में फिल्मों के लिए सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध हैं. यही कारण है कि बदलते दौर में भी फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बनकर यह शहर उभर रहा है.
भारतीय संस्कृति का पूरी दुनिया में हो पहचान : मधुरिमा तुली
वहीं, बॉलीवुड अभिनेत्री और बिग बॉस 13 की प्रतियोगी मधुरिमा तुली ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, “पर्यटन हमारे देश में बढ़े और संस्कृति पूरी दुनिया जाने यही इस महोत्सव का संदेश है। मैं यहां पहली बार आई हूं। मैं यूपी सरकार और पर्यटन मंत्रालय का धन्यवाद करूंगी जिनकी वजह से मुझे इसमे भाग लेने का मौका मिला.”
इस खास मौके पर उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत के साथ फिल्मी हस्तियों में देबश्री रॉय, रूमी जाफरी, सुधरी पांडेय, अशोक कुमार बर्मन, मधुरिमा तुली, विनोद गनत्रा, अश्विनी अय्यर, मनीष तिवारी, वरुणा शेट्टी, प्रियंका अग्निहोत्री मौजूद रहे.