वाराणसी। लॉकडाउन के दौरान देश के लाखों लोगों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है। मुश्किल की घड़ी में लोगों के लिए देवदूत बनकर पहुंच रहे हैं पुलिसवाले। कानून व्यवस्था बनाये रखने के साथ ही पुलिसवाले गरीबों की कदम-कदम पर मदद कर रहे हैं। उन्हें भोजन उपलब्ध कराने के साथ ही जरूरी सामान मुहैया कराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। लॉकडाउन को लेकर जहां बाजार, यातायात सब बंद है ऐसे में गरीबों पर भोजन का संकट नजर आने लगा है। ऐसे में वाराणसी जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच वाराणसी पुलिस गरीबों और जरूरतमंदों के लिए हमदर्द बनी है।
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थानाध्यक्ष ने गरीबों में बांटा भोजन
आमतौर पर पुलिसवालों के बारे में कहा जाता है कि वो वर्दी के गुरुर में चूर रहते हैं। लेकिन कोरोना के इस संकट में पुलिस ने इस मिथक को तोड़ दिया है।खिड़किया घाट स्थित गोवेर्धन धाम में सीओ कोतवाली प्रदीप सिंह चंदेल ने आदमपुर थानाप्रभारी सतीश कुमार सिंह व एसआई सदानन्द राय संग मिलकर गरीबों और जरूरतमंदों लोगों में भोजन व आवश्यक वस्तुएं वितरित किया। पुलिस की इस दरियादिली को देख लोग काफी खुश है। वहीं लॉकडाउन के दौरान कोतवाली पुलिस भी गरीबों के लिए मसीहा बन गई है।
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गरीबों को पहुंचाया शेल्टर होम कोतवाली था
नाप्रभारी महेश पांडेय ने तो न सिर्फ अपने क्षेत्र के कई इलाकों में जाकर लगभग 250 परिवारों को खाना और राशन का सामान वितरित किया। बल्कि बेघर लोगों को टाउन हॉल स्थित शेल्टर होम में रहने की भी उचित व्यवस्था का इंतजाम किया है। पुलिस की दरियादिली को देख काफी लोग खुश हुए। लॉकडाउन के बाद जिन परिवारों के बाद राशन का पैसा खत्म हो गए थे उन परिवारों की सूचना जिला प्रशासन व् पुलिस प्रशासन को मिली तो आनन-फानन में पूरे शहर के थाना प्रभारियों के माध्यम से लोगों को मुफ्त खाना बांटा गया।
सामाजिक संगठनों कर साथ मिलकर कर रहे काम
बनारास पुलिस सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है। जिन जगहों पर लोग फंसे हुए हैं, वहां पर भोजन पहुंचाया जा रहा है। एन्टी रोमियो स्क्वायड प्रभारी राजीव सिंह को बनारस की सड़कों पर गरीब व जरुरतमंद लोगों को भोजन का पैकेट बांटते देखा जा रहा है। राजीव अपने जिप्सी में भोजन के पैकेट व मिनिरल वाटर रख निकल पड़े हैं बनारस की वीरान सड़कों पर। जहां भी गरीब असहाय लोग दिखाई पड़ रहे उन्हें भोजन के पैकेट व पानी दिया जा रहा है।
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