दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीएम मोदी ने छात्रों से कही 10 बड़ी बातें, पीएम के लिए पढ़ी गई कविता

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1 मई 2023 को दिल्ली यूनिवर्सिटी को सौ साल पूरे हो चुके हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्थापना 1 मई 1922 को हुई थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी में वर्तमान में 86 विभाग, 90 कॉलेज, 6 लाख से अधिक छात्र हैं। सौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में दिल्ली यूनिवर्सिटी ने शताब्दी समारोह का आयोजन किया। इसी के तहत आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में शताब्दी समारोह का समापन कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में भाग लिया। यहां पीएम मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी कंप्यूटर सेंटर और प्रौद्योगिकी संकाय की इमारत और दिल्ली यूनिवर्सिटी के अकादमिक ब्लॉक की आधारशिला रखी।

पीएम के लिए पढ़ी गई कविता

दिल्ली यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर योगेश सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में विशेष कविता पढ़ी। उन्होंने कहा, ‘ऐसे प्रधानमंत्री कहां मिलते हैं…’ उन्होंने पीएम मोदी को अद्भूत रूप से प्रभावी, मेहनती और देशप्रेमी भी बताया। उन्होंने शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भी स्वागत किया।

पीएम मोदी छात्रों से की गपशप

शताब्दी समारोह में भाग लेने से पूर्व पीएम मोदी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्रों से बातचीत की। छात्रों से शिक्षा से लेकर भविष्य में लक्ष्य को लेकर भी चर्चा की। इसके बाद पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी देश हो, उसकी यूनिवर्सिटीज शिक्षण संसथान, उसकी उपलब्धि का सच्चा प्रतीक होते हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी सिर्फ एक यूनिवर्सिटी नहीं बल्कि एक मूवमेंट रही है। इस यूनिवर्सिटी ने हर मूवमेंट को जिया है, इस यूनिवर्सिटी ने हर मूवमेंट में जान भर दी है।

समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘एक समय था जब दिल्ली यूनिवर्सिटी में सिर्फ 3 कॉलेज थे, अब 90 से ज्यादा कॉलेज हैं। एक समय था जब भारत नाजुक अर्थव्यवस्थाओं की सूची में आता था और आज ये दुनिया की शीर्ष 5 अर्थव्यवस्था में है। आज डीयू में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा है।’

डीयू की 100 वर्ष की यात्रा ऐतिहासिक

छात्रों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा- ‘इस फेस्टिव माहौल में आप सबके बीच आने का मुझे मौका मिला है। मैं भी आज आपकी ही तरह दिल्ली मेट्रो से युवा दोस्तों से गपशप करते हुए यहां तक पहुंचा हूं। डीयू ने ऐसे समय मे 100 वर्ष पूरे किए हैं जब देश अमृत महोत्सव मना रहा है। डीयू की इस 100 वर्ष की यात्रा में ऐतिहासिक उपलब्धि है। पिछली शताब्दी के तीसरे दशक ने स्वतंत्रता संग्राम को नई गति दी थी, अब इस शताब्दी का ये तीसरा दशक भारत की विकास यात्रा को नई रफ़्तार देगा। आज देशभर में बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी, कॉलेज बनाए जा रहे हैं। 2014 में, QS वर्ल्ड रैंकिंग में केवल 12 भारतीय विश्वविद्यालय थे। हालांकि, अब यह संख्या बढ़कर 45 हो गई है। भारत के शिक्षा संस्थान दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं।’

पीएम मोदी ने डीयू की छात्राओं को सराहा 

पीएम मोदी ने कहा, ‘जब भारत में नालन्दा जैसे विश्वविद्यालय थे, तब भारत सुख और समृद्धि के शिखर पर था। जब भारत में तक्षशिला जैसे संस्थान थे, तब भारत का विज्ञान दुनिया का मार्गदर्शन करता था। ये वो समय था जब दुनिया में भारत की जीडीपी में हिस्सेदारी बहुत बड़ी थी।’ उन्होंने कहा, डीयू में केवल तीन कॉलेज हुआ करते थे और अब 90 से अधिक कॉलेज डीयू का हिस्सा हैं। आज डीयू में लड़कों से ज्यादा लड़कियां पढ़ती हैं। इसी प्रकार भारत में भी लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है। यानी जिस देश में शैक्षणिक संस्थानों की जड़ें जितनी गहरी होती हैं, उस देश की शाखाएं उतनी ही ऊंचाई तक आसमान छूती हैं। आज देशभर में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों का निर्माण हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, एम्स जैसे शैक्षणिक संस्थानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये संस्थान नए भारत की आधारशिला हैं।’

पीएम मोदी छात्रों को बताई अमेरिका की डील

पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे शिक्षण संस्थान दुनिया में एक अलग पहचान बना रहे हैं। एक समय था जब छात्र किसी संस्थान में दाखिला लेने से पहले सिर्फ प्लेसमेंट को ही प्राथमिकता देते थे। लेकिन आज युवा जिंदगी को इसमें बांधना नहीं चाहता, वो कुछ नया करना चाहता है। अपनी लकीर खुद खींचना चाहता है। भारत और अमेरिका के बीच इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी यानी ICET डील हो गई है। यह एक समझौता देश के युवाओं के लिए जमीन से लेकर अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर से लेकर AI तक नए अवसर पैदा करेगा। योग जैसा हमारा विज्ञान, हमारी संस्कृति, हमारे फेस्टिवल, हमारा लिटरेचर, हमारी हिस्ट्री, हमारा हैरिटेज, हमारी विधाएं, हमारे व्यंजन, आज हर किसी की चर्चा हो रही है, हर किसी के लिए नया आकर्षण पैदा हो रहा है। इसलिए उन भारतीय युवाओं की डिमांड भी बढ़ रही है जो विश्व को भारत के बारे में बता सकें।’

पीएम मोदी की 10 बड़ी बातें

  1. आज देशभर में बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी, कॉलेज बनाए जा रहे हैं। पिछले कुछ सालों में IIT, IIM, NIT, AIIMS जैसी संस्थाओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है। ये सभी संस्थान न्यू इंडिया के बिल्डिंग ब्लॉक्स बन रहे हैं।
  2. दिल्ली यूनिवर्सिटी सिर्फ एक यूनिवर्सिटी नहीं बल्कि एक मूवमेंट रही है।
  3. कोई इंसान हो या संस्थान, जब उसके संकल्प देश के लिए होते हैं, तो उसकी सफलता भी देश की सफलताओं से कदम मिलाकर चलती है।
  4. समारोह में छात्रों की तरफ से बनाए गए पोस्टरों को प्रदर्शित किया गया है। इसमें साल भर का लेखा-जोखा देखने को मिल रहा है। डीयू ने 100 वर्ष की य़ात्रा की झलक भी दिखाने की कोशिश की है। बारिश के मौसम को देखते हुए ठोस प्रबंध किये गए हैं।
  5. आज युवा जिंदगी को नौकरी के बंधन में बांधना नहीं चाहता, वो कुछ नया करना चाहता है। अपनी लकीर खुद खींचना चाहता है।
  6. अमेरिका से हुए समझौते के बाद अब ICET देश के युवाओं के लिए जमीन से लेकर अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर से लेकर AI तक नए अवसर पैदा करेगा।
  7. भारतीय युवाओं की डिमांड भी बढ़ रही है जो विश्व को भारत के बारे में बता सकें।
  8. शैक्षणिक संस्थानों की जड़ें जितनी गहरी होती हैं, उस देश की शाखाएं उतनी ही ऊंचाई तक आसमान छूती हैं।
  9. लड़कियां भी आगे बढ़ रही हैं। आज DU में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा है। इसी प्रकार भारत में भी लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है।
  10. आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, एम्स जैसे शैक्षणिक संस्थानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये संस्थान नए भारत की आधारशिला हैं।

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