देश के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेगा गतिशक्ति मास्टर प्लान’ योजना का अनावरण किया। यह केंद्र सरकार का मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी के लिए नेशनल मास्टर प्लान है। इस योजना पर 107 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कार्यक्रम नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किया गया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा-आज दुर्गाष्टमी है, पूरे देश में आज शक्ति स्वरूपा का पूजन हो रहा है। शक्ति की उपासना के इस पुण्य अवसर पर देश की प्रगति की गति को भी शक्ति देने का शुभ कार्य हो रहा है।
योजनाओं को समय पर पूरा करने में मिलेगी मदद-
पीएम ने कहा कि हम अगले 25 वर्षों के लिए नींव रख रहे हैं। यह राष्ट्रीय मास्टर प्लान 21वीं सदी की विकास योजनाओं को ‘गतिशक्ति’ देगा और इन योजनाओं को समय पर पूरा करने में मदद करेगा। पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान सरकारी प्रोसेस और उससे जुड़े अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स को तो एक साथ लाता ही है, ये ट्रांसपोर्टेशन के अलग-अलग मोड्स को, आपस में जोड़ने में भी मदद करता है। ये होलिस्टिक गवर्नेंस का विस्तार है।
रेल लाइनों की डबलिंग-
प्रधानमंत्री ने कहा 2014 के पहले के 5 सालों में सिर्फ 1900 किलोमीटर रेल लाइनों का दोहरीकरण हुआ था। बीते 7 वर्षों में हमने 9 हजार किलोमीटर से ज्यादा रेल लाइनों की डबलिंग की है। 2014 से पहले के 5 सालों में सिर्फ 3000 किलोमीटर रेलवे का बिजलीकरण हुआ था। बीते 7 सालों में हमने 24 हजार किलोमीटर से भी अधिक रेलवे ट्रैक का बिजलीकरण किया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजक्ट्स में आएगी तेजी-
100 लाख करोड़ रुपए के ‘पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान’ के तहत रेल और सड़क समेत 16 मंत्रालयों को डिजिटली कनेक्ट किया जाएगा। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजक्ट्स में तेजी आएगी। इसके तहत शुरुआत में 16 ऐसे मंत्रालयों की पहचान की गई है जो बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम देखते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को गति शक्ति योजना का ऐलान किया था।
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