चौबीस तक तो अब चुनाव ही चुनाव
इन दिनों बंगाल चुनाव की चर्चा में पूरा देश मशगूल है. माहौल ही कुछ एसा बन गया है. दिग्गज नेताओं की रैली तो कहीं रोड शो, एक-दूसरे से बेहतर बताने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं तो जुबानी जंग में तरह-तरह के तीर चल रहे हैं. साहब अभी क्या देखा तो यह तो बस शुरुआत है. पीएम नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल खत्म होने तक यानि की वर्ष 2024 तक में देश में बस चुनाव-चुनाव और चुनाव ही होगा. 20 विधानसभा से लेकर लोकसभा का चुनाव तक इस बीच होना है. वर्ष 2024 में नरेन्द्र मोदी ही पीएम होंगे या फिर कोई और पर इसके पहले तकरीबन 20 प्रदेशों में सीएम चुने जा चुके होंगे.
बंगाल के साथ कई और प्रदेश भी
बंगाल के साथ ही असम, केरल, तमिलनाडु और पुड्डूचेरी का भी चुनाव होना है. इलेक्शन कमीशन की ओर से इनकी डेट्स डिक्लियर कर दी गयी है. बंगाल में होने वाले आठ चरण के चुनाव के पहले चरण के लिए तो नामांकन भी हो गया है और मार्च माह में ही वोटिंग भी होगी. इसके साथ असम में भी मार्च में ही चुनाव की शुरुआत हो रही है. वहीं केरल, तमिलनाडु और पुड्डूचेरी में अगले महीने से चुनाव होंगे.
कई बड़े प्रदेश में चुनावी बिगुल
मार्च-अप्रैल में जिन प्रदेशों में चुनाव हो चुके होंगे वहां की चुनी गयी सरकार काम काज शुरू ही करेगी कि देश के कई प्रमुख राज्यों में चुनावी बिगुल बज जाएगा इनमें शामिल हैं राजनीतिक रूप से काफी प्रमुख उत्तर प्रदेश. यहां अगले वर्ष 2022 के फरवरी-मार्च महीने में चुनाव होंगे. इसी वक्त उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, मणिपुर में भी चुनाव होंगे. ये चुनाव देश की राजनीति के लिए बेहद अहम होंगे.
दो अगल दिशाओं के राज्य में चुनाव एक साथ
देश के दो कोनों में बसे दो राज्यों गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव वर्ष 2022 नवम्बर-दिसम्बर में माह में होने की संभावना है. यहां चुनाव काफी दिलचस्प होंगे. अभी दोनों प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. देश के उत्तर में बसे हिमाचल तो बीजेपी ने कांग्रेस से हासिल किया है तो वहीं देश के पश्चिम दिशा में बसे गुजरात को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गढ़ माना जाता है. इस लिहाज से दोनों राज्यों के चुनाव सभी राजनीतिक दलों के लिए काफी अहम होंगे.
उत्तर-पूर्व में चलेगी चुनाव की बयार
देश के उत्तर-पूर्व में स्थित सेवेन सिस्टर्स के नाम से प्रचलित सात राज्यों में से तीन राज्य मेघालय, नागालैंड और त्रिपुरा विधान सभा का कार्यकाल वर्ष 2023 के शुरूआत में समाप्त हो जाएगा. इसके साथ ही चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी. यहां चुनाव मार्च 2023 में होने की संभावना है. सेवेन सिस्टर्स में ही शामिल असम चुनाव मार्च-अप्रैल 2021 में ही होना है.
गहमा-गहमी तो होगी लेकिन कुछ कम
काफी गहमा-गहमी के बाद एसा भी समय आएगा जब चुनाव तो होगा लेकिन सिर्फ एक प्रदेश में. वर्ष 2023 के मई महीने में सिर्फ कर्नाटक राज्य में चुनाव होंगे. यहां चुनाव के अगले सात महीने तक देश में बिल्कुल राजनीतिक शांति रहेगी. इससे पहले तीन राज्यों में मार्च माह में चुनाव हो चुका होगा.
कई बड़े राज्यों में होगा चुनाव
विधानसभा चुनाव के श्रृंखला में अगला नम्बर आएगा मध्य प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तिसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान का. यहां 2023 दिसम्बर में चुनाव होने की संभावना है. इसके साथ ही विधानसभा चुनावों पर एक लम्बा विराम लग जाएगा. क्योंकि इसके पहले कई राज्यों में चुनाव हो चुके होंगे और चुनी गयी सरकार अपने काम-काज को पूरा करने में मशगूल होगी.
फिर आएगी लोकसभा की बारी
वर्ष 2024 में केन्द्र सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी होगी. इस वर्ष अप्रैल-मई माह लोकसभा चुनाव का बिगुल बज जाएगा. देश की राजनीतिक पार्टियां जीत हासिल करने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही होंगी. इस दौरान पूरे देश में राजनीति का माहौल चरम पर होगा.