अखिलेश की नसीहत पर बोले मौर्य, हिंदू कोई धर्म नहीं
ब्राह्मण समाज से सपा को आस, मांगा समर्थन
यूपी: देश में आगामी होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश ने एनडीए (NDA) के जवाब में पीडीए (पिछड़ा, दलित ,अल्पसंख्यक) का नारा दिया था. वहीँ, समाजवादी पार्टी को अब एक बार फिर ब्राह्मणों को याद आने लगी है. आपको बता दें कि इसी क्रम में अखिलेश ने पार्टी कार्यालय में ब्राह्मण समाज से समर्थन मांगा है. बता दें कि अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में आयोजित महाब्राह्मण समाज से होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए समर्थन मांगा.
ब्राह्मण समाज से समर्थन का आह्वान
समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित हुई महापंचायत में अखिलेश यादव शामिल हुए जहां उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा. साथ ही भाजपा को हटाने के लिए ब्राह्मण समाज से समर्थन का आह्वान किया. इस बीच ब्राह्मण समाज के लोगों ने अखिलेश यादव से बिना नाम लिए पिछले दिनों राम और रामचरितमानस पर उनके पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी पर विरोध जताया. दूसरी ओर बिना नाम लिए अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसी चीजों पर पार्टी अंकुश लगाएगी.
अखिलेश ने किया वादा –
पार्टी कार्यालय में आयोजित ब्राह्मण महासभा में अखिलेश ने बिना किसी का नाम लिए वादा किया कि अबसे पार्टी का कोई भी नेता हिन्दू धर्म विरोधी बयान बाजी नहीं करेगा. साथ ही जो भी नेता ऐसा कर रहा है उनपर लगाम लगाई जाएगी. उन्होंने नसीहत भी दी की नेताओं को धर्म और जाति की टिप्पणी से बचना चाहिए.
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तो देश में आ जाता है भूचाल
अखिलेश की नसीहत के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है, ‘… हिंदू एक धोखा है… वैसे भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है. RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी दो बार कहा है कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है. प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है कि हिंदू धर्म कोई धर्म नहीं है… जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो भावनाएं आहत नहीं होतीं लेकिन अगर यही बात स्वामी प्रसाद मौर्य कहते हैं तो पूरे देश में भूचाल मच जाता है.