Varanasi Crime: यूपी में हत्याओं का मामला थमने की बजाय लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हाल ही में हुए सौरभ राजपूत मर्डर केस का मामला सुलझा ही नहीं थी कि हूबहू एक ऐसा ही मामला फिर देखने को मिला. जहां वाराणसी जिले में एक लड़की ने नए प्रेमी के चक्कर में पड़कर अपने पुराने आशिक को मौत के घाट उतार दिया था. मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया और हत्याकांड का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
इस तरह हुई वारदात
दरअसल,वाराणसी के जैतपुरा थाना क्षेत्र के औसानगंज इलाके में बीते 14 मार्च की आधी रात को पहले से घात लगाए बैठे एक बाइक सवार बदमाश ने फिल्मी अंदाज में डीएवी पीजी कॉलेज के पास दिलजीत उर्फ रंगोली को घेर लिया. इसके बाद उसने दिलजीत पर ताबड़तोड़ गोलिया चलाई और घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया. गोलियों की आवाज सुनकर आस-पास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. मौके पर लहूलुहान व गंभीर रूप से जख्मी दिलजीत को इलाज के लिए लोग आनन फानन में समीप के अस्पताल में ले गए. वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. मामले की सूचना पर पाकर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और शव को कब्जे में कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसी के साथ ही पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई.
पड़ताल में प्रेमिका निकली मास्टर माइंड
जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस के मुताबिक, दिलजीत का कातिल कोई और नहीं बल्कि उसकी पहली प्रेमिका निकली. उसने साजिश के तहत नए प्रेमी राजकुमार के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया. आरोपितों के धरपकड़ में जुटे एसीपी गौरव कुमार पुलिस फोर्स के साथ युवती और बाइक सवार युवक को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार में आया प्रेमी राजकुमार चंदौली के डीडीयू अंतर्गत मड़िया पड़ाव का रहने वाला है.
मंगनी के बाद भी प्रेमिका को नहीं छोड़ा
जानकारी के मुताबिक, मृतक दिलजीत की कुछ महीनों पहले मंगनी भी हुई थी. इसके बावजूद वह अपनी पुरानी प्रेमिका को छोड़ने को तैयार नहीं था जबकि वो लड़की खुद दिलजीत से अपना पीछा छुड़ाना चाहती थी. इसका कारण था कि उस लड़की को दिलजीत से बेहतर राजकुमार नाम का एक प्रेमी मिल गया था जिसकी तलाश में वो काफी समय से थी. दोनों ने एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार किया.
इसके बाद दिलजीत जैसे मुसीबत को अपने प्यार के रास्ते से हटाने के लिए प्रेमिका ने अपने नए आशिक राजकुमार की मदद लेकर उसे मौत के ठिकाने लगा दिया. गजब की बात तो यह है कि मृतक दिलजीत ने ही अपनी प्रेमिका से राजकुमार की मुलाकात करवाई थी जिसके बाद तीनों में काफी गहरी दोस्ती हो गई थी. दोस्ती के नाम पर चोरी छिपे दिलजीत के पीठ पीछे उसकी मौत की साजिश रची जा रही थी. इसी साजिश के चलते दिलजीत की जान ले ली गई.