नूंह हिंसा : अंतिम सोमवार को पूरी होगी अधूरी जलाभिषेक यात्रा, सामने आया राजस्थान कनेक्शन
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को भगवान शिव की जलाभिषेक यात्रा में हुई हिंसा के बाद अब फिर से जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। यह जलाभिषेक यात्रा सावन के अंतिम सोमवार, 28 अगस्त को निकलेगी। इस यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में डर भी दिख रहा है। लेकिन जलाभिषेक यात्रा की घोषणा कर दी गई है। पिछली बार निकाली गई जलाभिषेक यात्रा हिंसा की वजह से अधूरी रह गई थी। इसिलए नूंह में फिर से ब्रजमंडल धाम जलाभिषेक यात्रा विश्व हिंदू परिषद पूरी करेगी। 28 अगस्त को जलाभिषेक यात्रा निकालने को लेकर रविवार को विहिप के पदाधिकारी बैठक कर रूपरेखा बनाएंगे।
नूंह हिंसा में राजस्थान कनेक्शन
उधर, हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद सक्रिय नूंह पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। नूंह पुलिस को जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुए पथराव की घटना के तार राजस्थान से जुड़े मिले हैं। पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नूंह में हुई हिंसा में राजस्थान से कनेक्शन पुख्ता होता जा रहा है। अब तक इस मामले में पुलिस ने कई आरोपियों को हिरासत में लिया है। पुलिस रिमांड पर चार आरोपितों ने कबूल कर लिया है कि राजस्थान के भरतपुर जिला के घाटमिका के रहने वाले नासिर तथा जुनैद की हत्या के बाद चारों ने गोरक्षकों से बदला लेने की ठान रखी थी। जैसे ही यह जानकारी मिली की धार्मिक यात्रा में मोनू मानेसर तथा कई गो रक्षा दल के सदस्य आएंगे उसी के बाद पहले से जोड़े गए पचास लोगों के साथ मिलकर हमला करने की तैयारी की और हमला किया।
मथुरा निवासी हैं आरोपी
इस हिंसा में शामिल कुछ आरोपियों के नाम उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से सामने आए हैं। अब नूंह पुलिस ने इस मामले में मथुरा पुलिस से सहयोग मांगा है। मथुरा जिला के कोसी के रहने वाले युवक हिंसा के दौरान नूंह में मौजूद थे। भरतपुर के पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव सावलेर के रहने वाले सलीम, साबिर, अशफाक तथा गांव घीसेड़ा के रहने वाले अल्ताफ को चार दिन पहले पुलिस ने हिंसा फैलाने के मामले में गिरफ्तार कर रिमांड लिया था। सलीम साइबर ठगी के मामले में तथा अल्ताफ गोतस्करी में पहले से आरोपित था।
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नासिर-जुनैद की हत्या का लिया था बदला
पुलिस रिमांड में जब क्राइम ब्रांच की टीम ने चारों आरोपितों से अलग अलग पूछताछ की तो सभी ने हिंसा की वारदात को कबूल लिया। आरोपितों ने बताया कि नासिर तथा जुनैद उनके ग्रुप के सदस्य थे। दोनों की जला कर मार दिया गया लेकिन नूंह पुलिस ने सख्त एक्शन नहीं लिया था। गोरक्षकों का पक्ष लिया जाता था। इस बात से उन्हें तथा उनके ग्रुप के पचास युवकों को नाराजगी थी, धार्मिक यात्रा में हमला करने के लिए सभी यहां एक साथ आए थे। खेड़ला में रहने वाले युवक पहले से उनके संपर्क में थे। हिंसा के दस दिन पहले से अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप बनाए थे और सदस्यों से दोनों की हत्या का बदला लेने के लिए कहा था। गो रक्षकों और विभिन्न मेव समूहों के बीच इंटरनेट मीडिया पर एक दूसरे को देख लेने की धमकी भी लगातार दी जा रही थी। नूंह पुलिस के प्रवक्ता का कहना है कि हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस से संपर्क कर फरार आरोपियों को पकड़ने में सहयोग मांगा है।
28 अगस्त को पूरी होगी अधूरी यात्रा
गौरतलब है कि नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से 31 जुलाई को निकाली गई ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा पर विशेष समुदाय के पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। इस कारण महादेव की जलाभिषेक यात्रा स्थगित हो गई थी। 31 जुलाई को हुई हिंसा के दौरान दो होमगार्ड, बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। अब तक नूंह में माहौल पूरी तरह शांत नहीं हो पाया है। प्रशासन उपद्रवियों पर कार्रवाई कर रहा है। इस बीच 28 अगस्त को दोबारा जलाभिषेक यात्रा की घोषणा से पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। इस बार प्रशासन पहले से ही यात्रा की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम करने में जुट गया है। सावन के अंतिम सोमवार के दिन नूंह में नल्हड़ शिव मंदिर से ही जलाभिषेक यात्रा फिर से निकाली जाएगी। यह यात्रा सबसे पहले नल्हड़ महादेव मंदिर में जलभिषेक करती है। उसके बाद झिरकेश्वर महादेव और गांव शृंगार में राधा-कृष्ण मंदिर व शृंगेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन कर जलभिषेक किया जाता है।
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