नए संसद भवन से चूने लगा पानी,विपक्ष ने सरकार को घेरा
भारी बारिश होने से नई संसद भवन की छत से पानी टपकने पर विपक्षी पार्टी के नेताओं ने पर सरकार साधा निशाना
उमस और गर्मी से जूझ रहे लोगों को पिछले दो दिनों से बारिश होने के कारण राहत मिली है. दूसरी ओर मानसून के अचानक से बदलने से कई शहर भीषण बरसात के चलते जलमग्न की कगार पर पहुंच गए. इसी क्रम में भारी बारिश होने से नई संसद भवन की छत से पानी टपकना शुरू हो गया. इसका प्रभाव राजनीतिक गलियारों में देखने को मिल रहा है. विपक्षी पार्टी के नेताओं ने पानी चूने पर सरकार पर निशाना साधते हुए पुराने संसद भवन को नए संसद भवन से अच्छा बताया है.
बता दें कि बुधवार की शाम भारी बारिश का क्रम राजधानी दिल्ली में जारी रहा. इसके चलते शहर के कई मार्गों पर पानी भर गया. इसके कारण जहां वाहनों की रफ्तार धीमा पड़ गई वहीं लोग घंटों जाम में फंसे रहे. कहीं-कहीं कमर तक पानी जमा हो जाने की वजह से आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसी बरसात के चलते नए संसद भवन में भी पानी जमा हो गया तथा उसके छत से पानी टपकने लगा. इसपर विपक्षी दलों के कई बड़े नेताओं ने बयान जारी किया हैं.
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अरबों रुपयों से बने संसद का सोचा समझा डिजाइनः सपा प्रमुख
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए एक विडियो जारी किया है. अखिलेश ने इसमें लिखा, इस नई संसद से अच्छी तो वो पुरानी संसद थी, जहां पुराने सांसद भी आकर मिल सकते थे.
क्यों न फिर से पुराने संसद चलें. कम-से-कम तब तक के लिए, जब तक कि अरबों रुपयों से बनी संसद में पानी टपकने का कार्यक्रम चल रहा है. जनता पूछ रही है कि भाजपा सरकार में बनी हर नई छत से पानी टपकना, उनकी सोच- समझकर बनायी गयी डिज़ाइन का हिस्सा होता है या फिर…।’
कांग्रेस सांसद ने कहा बाहर पेपर लीक, अंदर पानी का रिसाव
वहीं इसपर कांग्रेस के नेता ने भी अपना बयान सामने रखा. सांसद मणिक्कम टैगौर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “बाहर पेपर लीक, अंदर पानी का रिसाव.
राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संसद लॉबी व हाल में पानी का रिसाव, नए भवन में मौसम संबंधी समस्याओं को उजागर करता है. निर्माण पूरा होने के सिर्फ एक साल बाद ही ऐसी स्थिति हो गई है. इस मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया गया.
Written By- Anchal Singh Raghuvanshi