बच्चों की सांसों में पड़ी भारी चीन में फैली नई बीमारी…

तियानजिन और शंघाई में लगातार केस के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं

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नई दिल्ली: दुनिया में एक बार फिर चीन कोहराम मचाने की तैयारी कर रहा है. बता दें कि देश और दुनिया में कोरोना जैसे वायरस के बाद एक बार फिर सांस की बीमारी तेजी से फ़ैल रही है . इसके चलते इस बीमारी का दायरा दिन पर दिन बड़ा हो सकता है. चीन स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि बच्चों में माइक्रोप्लास्मा के कारण निमोनिया के बढ़ोत्तरी के संकेत मिल रहे हैं. इतना ही नहीं यह भी कहा गया है कि सर्दी के दौरान सांस की यह बीमारी बड़ी आबादी को अपनी चपेट में ले सकती है.

तियानजिन और शंघाई में बढ़े केस…

बीजिंग के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मइक्रोप्लास्मा के बाद चीन में सांस की बीमारी में इजाफा देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि देश के प्रमुख शहर तियानजिन और शंघाई में लगातार केस के बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं. इसके चलते मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. निमोनिया के बढ़ते मामलों के चलते WHO ने चीन से जानकारी मांगी थी. हालांकि चीन ने जवाब में कहा कि मौसमी बीमारी इस समय नियंत्रण में है.

विशेषज्ञों की क्या है राय ?

कई विशेषज्ञों ने कहा कि सर्दियों का आगमन, कोविड प्रतिबंधों की समाप्ति और बच्चों में इम्युनिटी की कमी बढ़ते संक्रमण के लिए जिम्मेदार हो सकती है. ऐसी आशंका थी कि लंबे समय तक कोविड लॉकडाउन के कारण, चीन के निवासियों में वायरस के खिलाफ नेचुरल इम्युनिटी विकसित नहीं हुई. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर फ्रेंकोइस बैलौक्स ने कहा, ‘चूंकि चीन ने किसी भी अन्य देश की तुलना में कहीं अधिक लंबा और कठोर लॉकडाउन लागू किया था,इसलिए यह अनुमान लगाया गया था कि इसमें ढील के बाद चीनीयों को ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.’

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क्या यह एक नई महामारी के आने का संकेत है ?

चीन में जैसे ही सांस की बीमारियों के बढ़ते संक्रमण से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स सामने आने पर कोरोनाकाल की यादें ताजा हो गई है. ब्रिटेन के ईस्ट एंग्लिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पॉल हंटर ने कहा, ‘यह मुझे किसी नए वायरस के कारण फैली महामारी की तरह नहीं लगता है. अगर ऐसा होता, तो मैं वयस्कों में कई और संक्रमण देखने की उम्मीद करता. वयस्कों में रिपोर्ट किए गए कुछ संक्रमण इस बात की ओर संकेत करते हैं कि वह पहले इस संक्रमण की चपेट में आए थे और इस कारण उनके अंदर नेचुरल इम्युनिटी मौजूद है’.

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