मैदागिन, नीचीबाग, कचौड़ी गली होते हुए मणिकर्णिका घाट जानेवाले शव यात्री अब उस मार्ग से नही जा सकेंगे. नई व्यवस्था के तहत अब शवयात्रियों को भदऊ चुंगी होते हुए महिषासुर घाट पर जाना होगा. यहां एनडीआरएफ के तीन मोटरबोट मौजूद रहेंगे और शव यात्री जलमार्ग से मणिकर्णिका घाट पहुंचकर शवदाह करेंगे. मैदागिन से चौक मार्ग के अक्सर जाम रहने के कारण यह नयी व्यवस्था की जा रही है. मोटरबोट की व्यवस्था निःशुल्क होगी.
Also Read: कोर्ट में केजरीवाल करेंगे बड़ा खुलासा, सुनीता का वीडियो जारी
जिलाधिकारी एस राजलिगम और एडीशनल सीपी ला एण्ड आर्डर एस. चन्नप्पा ने बुधवार को मैदागिन चौराहा, चौकाघाट और महिषासुर घाट का निरीक्षण किया. गौरतलब है कि मैदागिन चौराहा के पास हरिश्चंद्र डिग्री कालेज के सामने से लगायत आसपास के इलाके जाम की चपेट मे रहते हैं. शवयात्री इसी क्षेत्र में अपने वाहन खड़े कर शवदाह के लिए पैदल मणिकर्णिका घाट जाते रहे. लेकिन अब उन्हें भैंसासुर घाट जाना होगा. वहीं अपने वाहन खड़े करेंगे. फिर एनडीआरएफ के मोटरबोट से वह मणिकर्णिका घाट पहुंचेंगे.
अफसरों ने शवयात्रियों को मोटरबोट से भेजवाया मणिकर्णिका घाट
एडीशनल सीपी ने कहा कि पुलिस अधिकारी शव लेकर आने वालों को सहानुभूतिपूर्वक समझाकर शव वाहनों को चयनित मार्ग से महिषासुर घाट ले जाने की व्यवस्था करेंगे. इसके लिए सम्बन्धित थानों की पुलिस, ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी के दौरान शव वाहनों को डायवर्ट करेंगे. यह क्रम नियमित सुगमतापूर्वक चलाया जायेगा. इसके लिए नगर निगम द्वारा जल्द ही साइनेज आदि लगाये जायेंगे. इसके अलावा शव यात्रियो के विश्राम करने के लिए जिलाधिकारी ने नगर निगम को महिषासुर घाट पर एक बड़ा शेड लगवाने का निर्देश दिया है. पेयजल आदि की व्यवस्था भी की जायेगी. बुधवार को निरीक्षण के बाद दोनों अधिकारियों ने अपनी मौजूदगी में महिषासुर घाट से एनडीआरएफ के मोटरबोट से शवों को मणिकर्णिका घाट भेजवाया. इस नई व्यवस्था से उम्मीद की जा रही है कि कबीरचौरा, मैदागिन से लगायत श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पास कचौड़ी गली तक लगने वाले जाम से लोगों को राहत मिल सकेंगी. जाम के कारण शवयात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता था. जाम से निकलकर घाट तक जाने में उन्हें काफी वक्त लग जाता था.